पुलिस महानिदेशक के फरमान का शहर पुलिस पर नहीं हो रहा असर
गांजा और स्मैक बिक्री का गढ़ बन गया है शहर फतेहपुर
वेतन से नहीं भरता पेट इसलिए रिश्वत का खोल रखा है गेट
यह कैसा शहर जहां पुलिस के रहमों करम पर बिक रहा है मौत का जहर
फतेहपुर। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक मुकुल गोपाल ने भार ग्रहण करने के बाद सभी पुलिस अधीक्षकों को समीक्षा बैठक में कड़ी चेतावनी देते हुए कहा था कि यदि राखी में दाग लगा तो उस जनपद के पुलिस अधीक्षक की खैर नहीं होगी। पुलिस महानिदेशक के बड़े फरमान का पालन भले ही समूचे प्रदेश में लागू होता नजर आ रहा हो किंतु इस जनपद के शहर कोतवाली क्षेत्र में मादक पदार्थों की पुलिस के रहमों करम पर खुलेआम संचालित हो रही है। कोतवाली पुलिस मादक पदार्थ गांजा और स्मैक बेचने वालों का खुलकर साथ दे रही है। पटेल नगर स्थित भांग की दुकान से खुलेआम गांजा बेचा जा रहा है। इतना ही नहीं ज्वालागंज पुलिस चौकी के नाक के नीचे से सुबह से शाम तक सरकारी भांग की दुकान से गांजा की सप्लाई की जाती है और इस बात को पुलिस भी भली-भांति जानती है किंतु जब उसको रिश्वत के नाम पर मोटी रकम मिल जाती है तो वह भी कानूनी कार्यवाही के नाम पर धृतराष्ट्र बनी हुई है। शहर क्षेत्र में देवीगंज, राधानगर, लखनऊ बाईपास के अलावा सभी सरकारी भांग की दुकान से गांजा की सप्लाई की जाती है। मरता क्या न करता भांग के नशे का सेवन करने वालों का प्रतिशत बहुत कम है इसलिए भांग के ठेकेदार अपनी दुकान से अपनी आय बढ़ाने के लिए गांजा की बिक्री करवाते हैं। पर पुलिस की भी मजबूरी है वेतन से नहीं भरता पेट इसलिए रिश्वत का खोल रखा है गेट। बहर हाल कुछ भी हो इस शहर के डी.जी.पी के निर्देशों की खाखी की खुलेआम धज्जियां उड़ाने में पीछे नहीं हट रही है।