बदरीनाथ केदार धाम में चल रही भागत् महापुराण के मुख्य यजमान भाजपा नेता प्रधान सरकंडी संतोष द्विवेदी ने भक्तजनों के साथ किये भव्य आरती
बदरीनाथ केदार धाम में चल रही भागत् महापुराण के मुख्य यजमान भाजपा नेता प्रधान सरकंडी संतोष द्विवेदी ने भक्तजनों के साथ किये भव्य आरती


फतेहपुर।श्रीमद् भागवत कथा ईश वंदना, भव्य आरती से सुरु हुई प्रथम दिन कि कथा में श्रीकृष्ण की लीलाओं,का वर्णन करते हुए धुंधकारी, गोकर्ण,राजा परीक्षित,माता पार्वती,और शुक को भोले नाथ द्वारा सुनाई गई अमर कथा कि मार्मिक व्याख्या किये 
उत्तराखंड कि देव भूमि में नर नारायण पर्वत के मध्य अलकनंदा नदी के तट पर स्थित बद्रीनाथ केदार धाम 
 में भागवत का आयोजन जनपद फतेहपुर के भाजपा नेता प्रधान सरकंडी संतोष द्विबेदी के द्वारा किया गया धार्मिक महाकुंभ में परिजन और सैकड़ो इष्ट मित्र भाजपा नेता विराजे हैं।
देवप्रयाग के कथा व्यास आचार्य सुभाष चंद्र जी महाराज ने गोकर्ण और धुंधकारी के जन्म जन्मांतर प्रसंग को रोचक ढंग से प्रस्तुत करते हुए बताये कि तुंगभंगा नदी किनारे  एक गांव में आत्म देव नाम के ब्राह्मण पत्नी धुंधली के साथ रहते थे आत्म देव सज्जन थे उनकी पत्नी दुष्ट प्रवृति की थी ब्राह्मण देव बहुत उदास रहते थे कोई संतान नहीं थी एक दिन हताश होकर जंगल आत्महत्या करने निकले थे रास्ते में एक ऋषि मिलें तो आत्म देव अपनी व्यथा सुना कर रोने लगे और उपाय पूछे ऋषि ने उनको एक फल दिये और कहा कि अपनी पत्नी को खिला देना एक साल तक तुम्हारी पत्नी को सात्विक रहना पड़ेगा आत्म देव फल लेकर पत्नी को बताये और फल खाने को कहे 
लेकिन धुंधली सोचती है कि बच्चा हुआ तो बहुत कष्ट का सामना करना पड़ेगा यही सोच कर वह उस फल को नहीं खायी और जाकर सारी बात अपने छोटी बहन को बताई तो उसकी बहन ने उसे एकं सलाह दिया की मैं गर्भवती हूँ और मुझे बालक होने वाला है उसी कों लेजाना उस फल को गाय को खिला दो इससे ऋषि की शक्ति का भी पता चल जायेगा, धुंधली ने ऐसा ही किया और अपने पति आत्म देव के सामने गर्भावस्था का नाटक करने लगी कुछ दिन बाद  बहन से बच्चा लेआयी आत्म देव बहुत खुश हुए उस बच्चे का नाम ब्रह्मदेव रखना चाह रहे थे लेकिन धुंधली ने झगड़ कर उसका नाम धुंधकारी रखा और जो फल गाय को खिलाया था उसके भी गर्भ से मनुष्य के बालक ने जन्म लिया जिसके कान बड़े थे उसका नाम गोकर्ण पडा इस कथा को सबसे पहले ब्रह्मा जी ने अपने मनस पुत्र नारद जी को सुनायी थी नारद जी ने इसे वेदव्यास जी को सुनाया था वेदव्यास जी ने इसे अपने शिष्य परीक्षित महाराज को सुनाये थे। आचार्य जी के अनुसार जनपद फतेहपुर के किसी भक्त द्वारा इतना बड़ा धार्मिक आयोजन यहां पहले कभी नहीं किया गया
श्रीमद् भागवत हिंदू धर्म के अठारह महान पुराणों में श्रेष्ठ है।आज के यजमान पुष्पा द्विबेदी भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष मधुराज विश्वकर्मा उपाध्यक्ष वैभव द्विवेदी मयंक द्विवेदी पुत्तन तिवारी मौजूद रहे।
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