डेढ़ माह बाद भी युवक को नहीं खोज पाई पुलिस*
*डेढ़ माह बाद भी युवक को नहीं खोज पाई पुलिस*
असोथर। एक माह 22 दिन से लापता युवक के मामले में पुलिस ने कानपुर के दंपती को अपहरण के आरोप में जेल भेजा है। पांच फरवरी से मामले की जांच में जुटी पुलिस युवक जिंदा या है मुर्दा, इसका भी पता नहीं लगा सकी है। युवक के पिता ने पुत्र की हत्या कर शव गायब करने का दावा किया है। आरोप लगाया कि पुलिस जानबूझकर आरोपियों को राहत पहुंचा रही है।
थाना क्षेत्र के ऐंझी गांव निवासी आसाराम का पुत्र सुनील विश्वकर्मा कानपुर काेयला नगर इलाके में टेंपो चलाता था। वह कोयला नगर में ही टेंपो मालिक के घर रहता था। सुनील के टेपों मालिक की पत्नी से अवैध संबंध हो गए थे। इसका पता लगने पर टेंपो मालिक से विवाद के बाद सुनील दिसंबर माह में गांव लौट आया था। टेंपो मालिक गांव में भी पहुंचा था। यहां भी सुनील और मालिक के बीच विवाद हुआ था। इसके बाद एक फरवरी को बाइक से सुनील दूसरे काम से कानपुर के लिए निकला था। कानपुर में शाम को पिता से बातचीत के बाद उसका मोबाइल बंद हो गया था। खोजबीन में सुनील की बाइक छिवली के पास से मिली थी। बाइक मिलने के बाद पुलिस ने जांच तेज की। पुलिस ने पांच फरवरी को गुमशुदगी दर्ज की। गुमशुदगी के बाद टेंपो मालिक व उसकी पत्नी, देवर व कुछ अन्य के खिलाफ 18 फरवरी को अपहरण व हत्या की आशंका की रिपोर्ट दर्ज की। जांच दौरान सुनील की अंतिम लोकेशन टेंपो मालिक के घर में मिली। टेंपो मालिक की पत्नी से सुनील की लंबी बातचीत का सीडीआर मिला। टेंपो मालिक का उसकी पत्नी से विवाद होने के साक्ष्य मिले। पुलिस ने अंतिम लोकेशन व अन्य साक्ष्यों के आधार पर टेंपो मालिक व उसकी पत्नी को शहर के लोधीगंज से गिरफ्तार किया। टेंपो मालिक मूल रूप से चकेरी थाने के देहली सुजानपुर का निवासी है। वह कोयला नगर में भी रहता है। मामले में आसाराम ने बताया कि पुत्र सुनील की अवैध संबंध के चलते टेंपो मालिक ने साथियों संग हत्या कर शव गायब किया है। पुलिस आरोपियों से मिली है। पुलिस जानबूझकर बेटे की हत्या की बात स्पष्ट नहीं कर रही है। सीओ प्रदीप कुमार तिवारी ने बताया कि काफी पूछताछ के बाद भी दंपती हत्या की बात नहीं कबूल रहे हैं। हत्या का कोई ठोस साक्ष्य नहीं मिला है। युवक को गायब करने के आरोप में दंपती को जेल भेजा गया है।
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