कानपुर में फर्जी असलहा मामले की जांच अब एसआईटी करेगा
दरअसल 5000 से अधिक असलहा लाइसेंस की फाइलें संदिग्ध मिलने के बाद डीएम इसकी जांच एसआईटी से कराने को लेकर शासन को लिखा है। अब इससे जुड़ा एक और मामला सामने आया है विभागीय सत्यापन में पाया गया कि 800 से अधिक असलहा फाइलें ऐसी भी हैं जो नहीं मिल रही है ।अब उन्हें खोजने के लिए असलहा अनुभाग में तैनात पूर्व कर्मचारी को भी तैनात किया जाएगा।बिकरु में विकास दुबे और उसके साथियों ने सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी इसके बाद विकास दुबे और उसके साथियों को मुठभेड़ में मार गिराया गया था इस मामले की एसआईटी जांच शुरू हुई तो कानपुर के असलाह अनुभाग में भी असलाह सत्यापन शुरू हुआ इस सत्यापन में पता चला कि बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा हुआ है।विकास दुबे और पूर्व मंत्री कमल रानी वरुण समेत 131 लोगों के असलहा लाइसेंस की फाइलें गायब है। मामले में लिपिक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज हुआ था।एसएसपी ने बताया की कोतवाली पुलिस मामले की जाँच कर रही है ओर सासन को सीबीसीआईडी से जाँच करवाने के लिये साशन को पत्र लिख दिया गया है जब तक सीबीसीआईडी से जाँच के आदेश नही होते तब तक कोतवाली पुलिस इस मामले की जाँच करेगी और जो अधिकारी दोषी पाये जाएंगे उनके खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।