ग्राम पंचायत उरौली के मोरम माफिया एवं बाहुबली प्रधान के खिलाफ ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा

 ग्राम पंचायत उरौली के मोरम माफिया एवं बाहुबली प्रधान के खिलाफ ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा



फतेहपुर।विकास खंड अशोथर  के ग्राम पंचायत उरौली के ग्राम प्रधान हरदीप सिंह द्वारा ग्रामीणों से कॉलोनी के नाम पर 5000 से लेकर 15000 तक रुपए वसूले गए किंतु किसी भी ग्रामीण को कालोनी नहीं दी गई। जब ग्रामीणों ने आला अधिकारियों से इस बाबत शिकायत की तो किसी ने भी उनकी बात नहीं सुनी तब मजबूरन गांव वालों को जिलाधिकारी को ज्ञापन देना पड़ा 5/11/ 2020 को ज्ञापन में जिलाधिकारी ने जांच के आश्वासन दिए और एक टीम गठित की जिसमें जांच अधिकारी राम सिंह यादव, जिला उद्यान अधिकारी महेंद्र पटेल अधिशासी अभियंता सिंचाई खंड फतेहपुर व ग्राम पंचायत अधिकारी को नियुक्त किया गया था। लगभग 3 माह बीत जाने के उपरांत दिनांक 25/01/ 2021 को जांच टीम ग्राम पंचायत उरौली लगभग 12:00 बजे दोपहर पहुंची जिसमें प्रार्थी गण द्वारा दिए गए शिकायती पत्र ही अधिकारियों के हाथ में था। उसी को आधार बनाकर  बिना ग्राम पंचायतों के वर्ष 2016 से 2020 तक बिना प्रमाणित अभिलेख के जांच की गई जिस पर प्रार्थी गण ने अभिलेख दिखाने हेतु अनुरोध किया किंतु जांच अधिकारी राम सिंह यादव व महेंद्र सिंह पटेल द्वारा यह कहा गया कि हमें अभिलेख नहीं मिले हम जिला पंचायत राज अधिकारी नहीं है। आप डी.पी.आर.ओ. से बात करें मुझे शीघ्र फतेहपुर मीटिंग में जाना है। तत्पश्चात कागजात न दिखाने में आनन-फानन करते रहे और वहां से निकल गए। वही कवरेज करने पहुंचे मीडिया कर्मी के साथ भी ग्राम प्रधान ने अभद्रता की और उसे गाली गलौज दिया तथा मारने की धमकी देने लगा मीडिया कर्मी का मोबाइल छीनने का भी ग्राम प्रधान ने कोशिश की किंतु मीडिया कर्मी ने फोन करके थानाध्यक्ष ललौली को जब सूचना दी तब थानाध्यक्ष मैं हमराह वहां पहुंचे वहां पर ग्राम प्रधान हरदीप सिंह व उनके पुत्र कुलदीप व उनके समर्थक अपहरण का अपराधी विजयपाल साहू ने शिकायत कर्ताओं को उनके परिवार को जान से मारने व अपहरण करने तथा फर्जी मुकदमे फंसाने की धमकी दी। इस बाबत प्रशासन के पहुंच जाने से ग्राम प्रधान कुछ शांत हुआ लेकिन अभी भी इस मामले की पूर्णतया जांच नहीं की गई है। ग्रामीणों ने आज जिलाधिकारी  को ज्ञापन देते हुए यह अनुरोध किया है कि इस मामले की जल्द से जल्द जांच करवाई जाए जिससे गरीब और बेसहारा लोगों को रहने के लिए घर मिल सके तथा दबंग प्रधान के भय से समस्त ग्रामीण भय मुक्त हो सके। 

ग्राम प्रधान द्वारा कॉलोनी के नाम पर ग्रामीणों से लिए गए रुपयों का विवरण इस प्रकार है।

गीता देवी ₹10000, चुन्नी देवी ₹5000, श्याम गुप्ता ₹11000, सीतादेवी ₹5000, जीतू सिंह ₹5000, मुन्ना सिंह ₹5000, मुन्नी देवी ₹15000, शांति ₹5000, बलबीर सिंह ₹15000, राजरानी  ₹5000 व अन्य 130 लोगों से पैसा लिया गया है।

इसी प्रकार मनरेगा में काम करने वाले मजदूरों जिनको अभी तक ग्राम प्रधान द्वारा पैसा नहीं वितरित किया गया है। 

उनमें मुख्यतः गजेंद्र कोरी 25 दिन काम, कमलेश रैदास 36 दिन काम, बनवारी रैदास 45 दिन काम,  गीता देवी 21 दिन काम, सीतादेवी 45 दिन काम, गीता रैदास 25 दिन काम, रेखा 40 दिन काम, चुन्नी देवी 45 दिन काम, गिरधारी 13 दिन काम, संतोष रैदास 15 दिन काम, लव कुश 15 दिन काम किया है। तथा अभी तक उनका मेहनताना नहीं दिया गया है ग्राम प्रधान की दबंगई से ग्रामीण भयावह है कि आज जिला अधिकारी का दरवाजा खटखटाना पड़ा। शिकायत में ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से ग्राम प्रधान के खिलाफ जल्द से जल्द जांच करवा कर कार्यवाही करने का आग्रह किया है जिससे ग्रामीणों को उनका रूपया व आवास मिल सके ।

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