जिलाधिकारी के दौरे की सूचना को लेकर खनन माफियाओं में मचा हड़कंप

 जिलाधिकारी के दौरे की सूचना को लेकर खनन माफियाओं में मचा हड़कंप



बड़ी बूम वाली प्रतिबंधित पोकलैंड मशीने घंटों रही बंद


फतेहपुर। जनपद में लाल सोने (मौरंग) की लूट की मिल रही शिकायतों पर जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे रेड एलर्ट हो गयी हैं। उनके मातहत उन्हें अवैध खनन न होने के संदर्भ में जो गुमराह कर रहे है।शिकायतें मिलने पर जिलाधिकारी इस संदर्भ में गम्भीर हैं और वह स्वयं ओवरलोड की शिकायतों पर मौके पर पहुंच कर निरीक्षण करेगी। डीएम अपूर्वा दुबे को रात के अंधेरे में होने वाले  खनन को न होने देने की घोषणा 'भीष्म प्रतिज्ञा' के समान जनता के बीच मानी जा रही है, क्योकि अभी उन्होनें अपने थोड़े ही कार्यकाल में दर्शा दिया है की बिगड़ैल जिले को लाइन पर कैसे लाया जा सकता है।

जिलाधिकारी को आभास हो चुका है की जिले में रात के अंधेरे में होने वाले अवैध बालू खनन पर पूरी तरह अभी लगाम नहीं लग पा रहा क्योकि उनके स्वयं के आधीन भी कुछ कथित भ्रष्ट अफसर आस्तीन के सांप जैसा काम कर रहे हैं।

इसके चलते खनन माफिया बेलगाम से हैं। यही कारण हैं की ओवर लोडिंग का बोलबाला सिर चढ़ कर बोल रहा है।

जिले में रामनगर कौहन खंड A1 ओवरलोड व एनजीटी के नियम विरुद्ध खनन के लिए बदनाम है  नदी के बीच में पोकलैंड गरज रहीं हैं। मौरंग खनन के साथ ट्रक और डंपर लोड हो रहे हैं। 

डीएम साहब को हम बता दें की आश्चर्य की बात यह बताई जा रही है की सबको नजर आने वाला यह खनिज विभाग और क्षेत्रीय प्रशासनिक अधिकारियों को नहीं दिखता है।  माफिया नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देशों को सरेआम उल्लंघन कर रहें हैं, औऱ जिम्मेदार अनदेखी कर रहे हैं। प्रतिबंधित मशीनें जलधारा में तांडव मचा रही हैं। नदी की जलधारा जहां दिशा बदल रही है, वहीं ग्रामीणों के लिए जल संकट भविष्य में खड़ा हो सकता है तो जलीय जीव-जंतुओं के अस्तित्व को भी खतरा है।

डीएम साहब के आने की सूचना पर मची रही खलबली जिसमे खदान संचालको ने वहां से लम्बी बूम वाली मशीनों समेत सभी प्रकार से खनन बंद करवा दिया।



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