कोरोना की तीसरी लहर की संभावनाओं को देखते हुए किया गया मॉक ड्रिल

 कोरोना की तीसरी लहर की संभावनाओं को देखते हुए किया गया मॉक ड्रिल



पूर्वाभ्यास के तहत बच्चे को कोविड हॉस्पिटल लाकर किया गया इलाज का प्रदर्शन


बिंदकी फतेहपुर।आगामी तीसरी लहर की आने की संभावना को देखते हुए प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से कमर कस चुका है इसी के चलते एक मॉक ड्रिल यानी पूर्वाभ्यास या नकली अभ्यास किया गया जिसके तहत यह प्रदर्शन किया गया कि किस प्रकार आपातकालीन में मरीज को तुरंत एंबुलेंस से लाया जाएगा और उसकी जांच कर उपचार शुरू कर दिया जाएगा।

शुक्रवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में अचानक एक एंबुलेंस से बच्चा लाया गया और तेजी से चिकित्सक सक्रिय हो गए एंबुलेंस से बाहर निकलते ही पल्स नापी जाने लगी तथा ऑक्सीजन देखी गई और फौरन पीआईसीयू वार्ड में भर्ती कर दिया गया हालांकि यह वाक्य देख एक बार लोग परेशान हो गए कि ऐसा इमरजेंसी में कौन बच्चा आया जो इतना सख्त बीमार है और वह भी कोविड-19 हॉस्पिटल हालांकि जब लोगों को मालूम हुआ कि यह माक ड्रिल है जिसे पूर्वाभ्यास या नकली अभ्यास भी कहते हैं और यह पूर्वाभ्यास आगामी तीसरी कोरोना की लहर की आने की संभावना को देखते हुए किया जा रहा है तो लोगों ने राहत की सांस ली। बताते चलें कि शुक्रवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के कोविड-19 हॉस्पिटल में कोरोना की तीसरी लहर आने की संभावना को देखते हुए मौके ड्रिल या पूर्वाभ्यास किया जाना था इसी के तहत एसीएमओ एसपी जौहरी सीएचसी अधीक्षक डॉ पीबी सिंह तथा कोविड-19 हॉस्पिटल के नोडल प्रभारी डॉ धर्मेंद्र सिंह तथा अन्य चिकित्सक कर्मचारी मौजूद थे तभी एक बच्चे को एंबुलेंस द्वारा तेजी से लाया गया बच्चे के आते ही एंबुलेंस का दरवाजा खोला गया और स्टेशन लगा दिया गया बच्चे की तुरंत पल्स नापी गई तथा ऑक्सीजन की मात्रा भी नापी गई इसके बाद इस टीचर को सीधे हॉस्पिटल के फर्स्ट फ्लोर में बनाए गए पीआईसीयू वार्ड में ले जाया गया जहां पर तुरंत ऑक्सीजन लगाने का प्रदर्शन किया गया इस मामले में एसीएमओ डॉ एसपी जोली ने बताया कि यह महज एक पूर्वाभ्यास किया प्रदर्शन था यह प्रदर्शन आज हर कोविड-19 

 हॉस्पिटल में किया गया है और यह प्रदर्शन किया गया है कि यदि आगामी समय में कोरोना की तीसरी लहराई तो इसी प्रकार से कोरोना से पीड़ित मरीज का तुरंत इलाज किया जाएगा।

टिप्पणियाँ