उत्तर प्रदेशीय सफाई कर्मचारी संघ के द्वारा 9 सूत्री मांगों सहित जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा
संवाददाता बाँदा।आपको बता दें पूरा मामला जिला कलेक्ट्रेट का है जहां पर नगर पालिका परिषद बांदा के समस्त सफाई कर्मचारियों ने मांग की है की इस तरह करोना कॉल में उन्होंने अपनी जान की बाजी लगाकर के ड्यूटी की है अपने परिवार तक से दूर राहकर पूरी जिम्मेदारी से कोरोना काल मे काम किया है जिनसे संबंधित 9 सूत्री मांगों को लेकर जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा है 1:- आउटसोर्सिंग सफाई नायकों को सफाई नायक पद से हटाकर उनकी जगह स्थाई कर्मियों की पदोन्नत करके सफाई नायक बनाया जाए।वर्तमान समय में प्रत्येक
सफाई नायक के द्वारा दो से 4 सफाई कर्मचारियों को बिना कार्य लिए वेतन निकाला जाता है जिसमें आधा कर्मचारी को और आधा सफाई नायक की जेब में जाता है इसे शिकायत अगर की जाती है तो उस सफाई कर्मचारी को ही पद से मुक्त कर दिया जाता है।आउटसोर्सिंग सफाई कर्मचारी इनकी सेवाएं 2 से 10 वर्षों से लगातार चल रही है लापरवाही सफाई नायक से अभद्रता की शिकायत किए जाने व नशेड़ी का हवाला देकर बिना नोटिस बिना सूचना के निकाल लिया जाता है।संविदा आउटसोर्सिंग सफाई कर्मचारियों को फुल अवकाश दिया जाए।आउटसोर्सिंग सफाई कर्मचारियों का भुगतान ₹308 जेम पोर्टल से किया जाता है नया शासनादेश अनुसार ₹349 प्रतिदिन के हिसाब हिसाब से भुगतान किया जाए।उच्च न्यायालय इलाहाबाद के आदेशानुसार 72 दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों में बांदा नगर पालिका परिषद में कार्यरत कर्मचारियों को स्थाई करण किए जाएं।सहकारी समिति मैं जमा पैसा ब्याज सहित कर्मचारियों को वापस लिया जाए।सफाई कर्मचारियों का जीपीएफ की कटौती बरकरार की जा रही है लेकिन कटौती का लेखा-जोखा कर्मचारियों को नहीं दिया जा रहा है पूरा विवरण सहित लेखा-जोखा दिया जाए।