कोर्रा कनक और मुत्तौर के बीच बौराहा नाले में निर्मम हत्या युक्त किशोरी के शव का मामला

 कोर्रा कनक और मुत्तौर के बीच बौराहा नाले में निर्मम हत्या युक्त किशोरी के शव का मामला



पुलिस अभी तक नहीं कर पाई इसका खुलासा या फिर उसकी मौत के साथ दफन हो गया मामला


ललौली (फतेहपुर)।जिंदगी नाम अनमोल है जिसकी राह सुबह से लेकर देर रात तक उसके आने की राह घरवाले देखते रहते हैं लेकिन उसका क्या है जिसकी 2 महीने से ज्यादा निर्मम हत्या कर शव को चील कौवों को नोच लेने की दशा में छोड़कर हत्यारे फरार हो गए। जिसका आज 2 माह बीत जाने को आया है। ना तो हत्यारे पकड़े गए और ना ही उस मासूम लड़की की शिनाख्त हुई है।वह कौन थी और कहां की थी और उसके हत्यारे कौन हैं क्या यह रहस्य उसकी मौत के साथ ही दफन होकर रह जाएगा या फिर सुरक्षा का दम भरने वाली ललौली पुलिस मामले का खुलासा कर मृतक के लहू को इंसाफ दिला कर उसके हत्यारों को कड़ी सजा दिलाने की ओर कदम आगे बढ़ाएगी।

ज्ञातव्य हो कि ललौली थाना क्षेत्र के गांव कोर्रा कनक और मुत्तौर के बीच बौराहा नाले में एक अज्ञात लड़की का हत्यायुक्त शव 15 जून को ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने बरामद किया था। पर पुलिस ने अभी तक उसकी शिनाख्त तक नहीं कर पाई है। हत्यायुक्त शव मिलने से क्षेत्र में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया था वही तत्कालीन थानाध्यक्ष संदीप तिवारी ने मामले को जल्द खुलासा कर हत्यारों को गिरफ्तार करने का दावा किया था। दावे सच साबित होते की उससे पहले ही उनका ललौली थाने से तबादला हो गया। नए थानाध्यक्ष के रूप में योगेंद्र कुमार पटेल ने  कमान संभाली थी जिसके बावजूद आज तक हत्या युक्त शव किसका है और कहां की रहने वाली थी और हत्यारे कौन हैं इसका सुराग आज तक वर्तमान थानाध्यक्ष योगेंद्र कुमार पटेल भी नहीं कर पाए। जबकि सिर्फ निर्मम हत्या ही नहीं बल्कि रेप की भी आशंका पूरी तरह से उसके शव ने गवाही दी थी। वैसे पुलिस ने रेप की पुष्टि न करते हुए स्लाइड बनाकर प्रयोगशाला परीक्षण के लिए भेज दिया था जो आज भी आने की दशा में एक रहस्य बना हुआ है। इस बाबत थाना अध्यक्ष योगेंद्र पटेल से हमारे संवाददाता मुकेश कुमार निषाद ने कई बिंदुओं पर सवाल कर पूछा की क्या यह रहस्य उजागर होगा या फिर किशोरी की मौत के साथ मामला दफन हो गया। जिस पर थानाध्यक्ष ने एक ही रटे रटाए बयान दिए कि मामले की तहकीकात जारी है और मामला चल रहा है जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा। अब सवाल यह उठता है कि ललौली थानाध्यक्ष योगेंद्र पटेल का दावा कितना सच साबित होगा। यह तो समय के गर्भ में समाया हुआ है

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