सड़क मे धूल का गुबार,फेफडों को कर देगा बेकार
गिरिराज शुक्ला
बिंदकी फतेहपुर।बकेवर स्टेट हाइवे मे कंकरीट-मौरम मिश्रित धूल वाहन के साथ उड़ने से बाइक सवार,साइकिल,पैदल यात्रियो,राहगीरो के लिये परेशानी का सबब बन रही है।दस किमी कि रेंज मे सड़क किनारे पड़ी धूल आखो को नुकसान पहुचा रही है।धूल के झोके भारी वाहनो के साथ इस तरह उड़ते है कि सामने का कुछ दिखाई नहीं देता है और इससे वाहन चालक अनियंत्रित भी हो सकता है।नेत्र चिकित्सको का कहना है मौरम वाली धूल आखो मे जाने पर यदि आख मल दी जाये तो आख मे घाव तक हो जाते है और यदि समय से इलाज न कराया जाये तो गम्भीर परिणाम आते है।इस समस्या को लेकर कस्बावासियो मे रोष व्याप्त है।
*कहा उड़ती है धूल*
चौडगरा से बकेवर तक सड़क किनारे बारिश के बाद सूखी धूल मे मिश्रित मौरम वाली मिट्टी ऐसे उड रही कि लोग परेशान हो रहे है।चौडगरा से पहुर,जलाला,शाहजहापुर,नामामऊ,गंगरावल से बकेवर तक यह धूल होटल किनारे व गाव किनारे अधिक है जहा ट्रक,डंपर आदि भारी वाहनो के निकलते ही हवा के झोके के साथ उड़ यह काफी दूर तक स्थान घेर लेती है और सामने का कुछ दिखाई नही देता।यह धूल सड़क किनारे बने मकानो,दुकानो मे भी घुस रही है जिससे लोग बेहाल हो रहे है और बचाव के लिये जूट की बोरिया या पालीथीन का उपयोग कर रहे है।
बारिश के बाद बिगड़े हालात
विगत दिनो हुई झमाझम बारिश से कस्बे की सड़क ध्वस्त हो गई है।उखडी सडक मे वाहन के साथ धूल उड़ने लगती है।इस धूल से स्वास संबधी रोगो का भी खतरा है।
आखो को पहुचाती है नुकसान
गोपालगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के नेत्र रोग परिक्षक डाक्टर जावेद रजा ने बताया आखो मे मौरम वाली धूल जाने से पीड़ित तुरंत आख को मलता है जिससे आख मे घाव तक हो जाते है।बचाव के लिये हेलमेट और चश्मे का उपयोग जरुर करे।और जब धूल जाये तो आखो को साफ स्वछ जल से धोए और जलन होने या अन्य परेशानी पर तुरंत डाक्टर को दिखाये।सड़क मे उड़ रही धूल से हर कोई परेशान है।मौरम मिश्रित धूल एक बार मेरी आख मे चली गईं जिससे आख मे जल न व दर्द रहा।डाक्टर को दिखाने के बाद एक सप्ताह मे आख सही हुई-आलोक गौड़ जलाला,सड़क किनारे इलेक्ट्रानिक उपकरण कि दुकान है।दिनभर धूल उड़ती है।शाम तक दुकान मे एक मोटी परत जम जाती है।ग्राहको को भी बहुत दिक्कत होती है-जितेन्द्र सिंह चौडगरा