सपा मुखिया को गिरफ्तार करने पर कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर किया प्रदर्शन
बाँदा संवाददाता।प्रदेश के लखीमपुर खीरी के तिकुनिया इलाके में रविवार को किसानों के उपद्रव के बाद भड़की हिंसा में आठ लोगों की मौत के बाद अब सियासत गरमा गई है। वहीं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को हिरासत में लिये जाने के बाद बाँदा में समाजवादी पार्टी के नेताओं ने पार्टी कार्यालय से कलेक्ट्रेट तक जुलूस निकाला और प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गये।
सोमवार की सुबह लखीमपुर खीरी जाने का प्रयास करते समय पुलिस ने अखिलेश यादव को हिरासत में लिया तो उनके संसदीय क्षेत्र के नेताओं में उबाल आ गया। सैकड़ो की संख्या में पार्टी कार्यकर्ता साथ पार्टी कार्यालय से जुलूस निकालकर कलेक्ट्रेट पर पहुंचे और कलेक्ट्रेट के सामने धरने पर बैठ गये। वही कार्यकर्ता सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को रिहा करने की मांग कर रहे है। समाजवादी पार्टी उन्होने कहा कि पार्टी की मांग है कि केन्द्रीय मंत्री को बरखास्त किया जाय, उनके बेटे के उपर हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाय। किसानों को दो करोड़ रूपये का मुआवजा व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाय। उन्होने कहा कि किसानों के दमन की राजनीति कब तक बर्दाश्त की जायेगी। लखनऊ में सपा के प्रर्दशन के दौरान पुलिस के वाहन फूके जाने पर पार्टी के कार्यकर्ताओं ने इस घटना को अंजाम नही दिया है। उन्होने कहा कि वाहनों को तोड़ने और फूकने का आरोप सपा के कार्यकर्ताओं पर लगाया जा रहा है वह झूठा और बेबुनियाद है।