प्रधान द्वारा बनवाई जा रही पानी की टंकी को रुकवाने के संबंध में तथा दूसरी ग्राम समाज की भूमि पर पानी की टंकी को बनवाने के संबंध में ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन
फतेहपुर। बिंदकी थाना क्षेत्र के ग्राम गंगचौली बुजुर्ग के निवासी जो कि पाल बिरादरी के पिछड़ी जाति के अति साधारण खेतिहर मजदूर व किसान हैं ।गांवदरी , पार्टी बंदी , आदि में प्रधानी के चुनाव में चुनावी रंजिश स्वाभाविक है और हो जाती है। उसी के आधार पर लोग ईर्ष्या द्वेष मानने लगते हैं। इसी का एक परिणाम है कि लोग बदले की भावना से काम करते हैं ।प्रार्थीगण के गांव के प्रधान भी इसी दूषित मानसिकता से ग्रसित होकर मौजूदा स्थिति को छिपाते हुए प्रार्थी जनों का भूखंड,जोकि क गाटा संख्या 303 रकवा 0.0810 हेक्टेयर जो लगभग 10 बिस्वा होता है जबकि मौके पर छह या सात विस्वा ही है। जिस पर असदिराज से कब्जा दखल जानवर आदि बांधना छोड़ ना रखना चारा पानी आदि वहीं पर करते हैं। तथा देखने में भी आबादी का हिस्सा लगता है जो प्रार्थी गणों के हिस्से में एक एक विस्वा भी नहीं आता है प्रधान द्वारा उसी जमीन के लिए पानी की टंकी बनवाने के लिए लेखपाल से प्रस्ताव जानबूझकर भिजवा दिया। जबकि प्रस्ताव आबादी घोषित करने के लिए होना चाहिए था अतः सभी प्रार्थी गण चाहते हैं कि सरकार की मंशा इच्छा के आधार पर सभी को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराए जाने की भावना के आधार पर पानी की टंकी का लगाया जाना आवश्यक है किंतु जब की आबादी से नजदीक लगी हुई ग्राम समाज का दूसरा और पर्याप्त भूखंड उपलब्ध है ।तो फिर जानबूझकर दुर्भावना बस ही उक्त नंबर का देना माना जाता जाना चाहिए। जबकि गाटा संख्या 303 से लगे हुए मकान बने हैं जिसके निकलने का कोई रास्ता भी नहीं है क्योंकि दूसरी ग्रामसभा गंगचौली खुद की जमीन और रास्ता हैं जो की प्रार्थीगणों के घर से लगी हुई है ।ऐसी स्थिति में कानून से ऊपर उठकर एक साधारण गरीब किसान मजदूर की हैसियत सोचें न विचार करने की दया कर प्रधान की दुर्भावना,द्वेष से बचाते हुए सघन गड्ढा नजदीक ग्राम समाज के दूसरे भूखंड में पानी की टंकी को बनाया जाने के निर्देश देने की जिलाधिकारी से गुहार लगाने आज हम सभी लोग आए हुए है । तथा साथ ही सभी विनदुऔ की जांच निष्पक्ष रुप से राजस्व निरीक्षक या लेखपाल से कराई जाए । स्वीकृत जमीन पर पानी की टंकी बनवाई जाए। जिलाधिकारी को ज्ञापन देने के लिए गांव से आए रमेश पाल ,चंद्रपाल, मुरारीपाल, शिवदेवी, विटान, राम जानकी ,सुंदरी ,ननकी, जीवनलाल ,धर्मपाल, आदि लोग रहे मौजूद।