सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ के निर्देशों की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहा है सागर कान्वेंट स्कूल का संचालक
कमीशन खोरी के चलते इस वर्ष से मौर्य बिरादरी के एक ठेकेदार को कॉपी किताबों को बेचने का दे रखा है ठेका
ओम पुस्तक भंडार का संचालक कमीशन लेकर शीघ्र होना चाहता है मालामाल
बिना बिल के दिया जाता है बुक बांधकर बस्ता उपभोक्ताओं के साथ किया जाता है धोखाधड़ी
फतेहपुर। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश सरकार की लगातार दूसरी बार शपथ लेने के बाद शिक्षण संस्थाओं के संचालकों द्वारा की जा रही मनमानी पर अंकुश लगाने के लिए चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि प्राइवेट स्कूलों के संचालक अपनी मनमानी के चलते अभिभावकों को बेवजह परेशान करेंगे तो उनके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी। शहर में सागर कान्वेंट स्कूल के संचालक अशोक मौर्य के द्वारा अभिभावकों को परेशान करने की कोई नई बात नहीं है इसके पहले भी सुंदर मती तथा एस एम बी स्कूल के खिलाफ श्रीराम अग्निहोत्री मानवाधिकार उपभोक्ता फोरम के पूर्व जिला अध्यक्ष की अगुवई मे संघ ने जबरदस्त मोर्चा खोल दिया था और सूचना के अधिकार के तहत कई जानकारियां स्कूल के संचालक के अलावा जिला विद्यालय निरीक्षक से मांगी थी जो आज तक उपलब्ध नहीं कराई जा सकी हैं। शहर में इस बात की चर्चा पूरी तरह से जंगल की आग की तरह फैली हुई है कि सागर कान्वेंट स्कूल के संचालक के द्वारा सुंदर मती इंटर कॉलेज के बगल स्थित ओम पुस्तक भंडार स्टेशनरी की दुकान को भारी-भरकम कमीशन लेकर कॉपी और किताबें खरीदने के लिए अभिभावकों को मजबूर किया जा रहा है। यदि किसी अभिभावक ने कॉपी किताबों पर लिए जाने वाले कमीशन को देने से इंकार कर देता है तो दुकानदार द्वारा उसका जबरदस्त मानसिक उत्पीड़न किया जाता है। चर्चा इस बात की भी है कि सागर कान्वेंट स्कूल के संचालक ने पिंटू मौर्य एक बिरादरी ठेकेदार को पिछले काफी समय से बच्चों की किताबों और बस्तों का ठेका 1500 से लेकर 4000 तक का बस्ता बंधवाने का निर्देश जारी कर रखा है। मालूम रहे कि सागर कान्वेंट स्कूल में वर्तमान समय में लगभग 400 छात्र-छात्राएं शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। हैरत की बात तो यह है कि अभिभावकों की जेब में स्कूल के संचालक के द्वारा डाली जा रही डकैती के संबंध में जिला प्रशासन से लेकर जिला विद्यालय निरीक्षक तक को भी जानकारी है किंतु उसके बावजूद उपरोक्त स्कूल के संचालक के खिलाफ किसी प्रकार की कोई भी कार्यवाही नहीं की जा रही है जबकि बुलडोजर बाबा ने साफ शब्दों में अपने बयान में कहा है कि जिस स्कूल के संचालक ने अभिभावकों का उत्पीड़न किया तो उसके खिलाफ कठोर कार्यवाही किए जाने के साथ-साथ जेल की सलाखों के पीछे भी भेजा जाएगा। गौरतलब बात तो यह है कि स्टेशनरी में कॉपी किताबों और वस्तुओं के नाम पर ली जाने वाली कमीशन खोरी की बात जब शहर में जंगल की आग की तरह फैलने लगी है तो उपरोक्त स्टेशनरी के संचालक से दूरभाष के जरिए जानकारी लेना चाहा तो दुकानदार ने कहा कि मेरी दुकान रजिस्ट्रेशन नहीं है बिल पक्का नहीं मिल सकता है जहां से मै समान लेता हूं वहां से बिल बनवा दूंगा ऐसे में विना रजिस्ट्रेशन लिए संचालक उक्त दुकान को फर्जी तरीके से संचालन कर रहा है देखना यह होगा ऐसे दुकानदार के ऊपर क्या कार्यवाही होती है।