डीएम व एसपी की अध्यक्षता में आगामी त्यौहारों को लेकर जनपद स्तरीय पीस कमेटी की बैठक संपन्न
फतेहपुर।विकास भवन सभागार में जिलाधिकारी श्रीमती अपूर्वा दुबे व पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में आगामी त्यौहारों को लेकर जनपद स्तरीय पीस कमेटी की बैठक सम्पन्न हुई। उन्होंने कहा कि जनपद में आगामी त्यौहार- ईद, परशुराम जयंती, अक्षय तृतीया इत्यादि त्यौहारो को जनपद में सभी लोग मिलजुलकर अमन चैन एवं शांति तथा सौहार्दपूर्ण व परंपरागत रूप से मनाया जाए। जो परंपराएं जनपद में चली आ रही हैं उनके अंतर्गत ही अपने त्यौहारों को हर्ष और उल्लास के साथ मनाएं। जुलूस एवं सभाओं की पहले से ही प्रशासन द्वारा परमिशन करा लें। उपजिलाधिकारी व थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्र में होने वाले आयोजनो के आयोजक से सम्पर्क बनाये रखे। जिन धार्मिक स्थलों में कार्यक्रम होना है उनकी साफ-सफाई, पानी आदि की व्यवस्था करा लें।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि न्यायालय व शासन के आदेशानुसार जो मानक लाउडस्पीकर के लिए बनाए गए थे उन्हीं मानकों के अनुसार लाउडस्पीकर लगाये। धार्मिक स्थलों में पर्याप्त पुलिस बल लगा दे। जो लोग त्यौहारों के दृष्टिगत माहौल खराब करने कोशिश करेंगे उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी और अराजकतत्वों पर पैनी नजर रखें। धर्म गुरुओं से कहा कि माहौल खराब करने वालों से सतर्क रहना है तथा कहीं भी कोई ऐसी घटना संज्ञान में आती है तो उसे संबंधित थाना को सूचित करें जिससे उसका समाधान हो सके। सभी वर्ग के धर्मगुरुओं ने अपनी अपनी बातों को जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के समक्ष रखा। धर्मगुरुओं ने कहा कि जनपद में त्यौहार को परंपरागत रूप से मनाया जाएगा, गंगा जमुनी तहजीब को बरकार रखा जाएगा।जिलाधिकारी ने सभी वर्गों के धर्मगुरुओं को पीस कमेटी की बैठक में आने के लिए धन्यवाद दिया। तथा कहा कि जनपद में अमन एवं शांतिपूर्ण तरीके से अपने त्यौहारों को मनाए मैं उम्मीद करती हूं की आप लोग यहां से एक अच्छा संदेश लेकर जाएंगे और लोगों को जागरूक करेंगे कि त्यौहार शांतिपूर्ण मनाएं। किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान ना दें। किसी भी तरह की घटना घटने न पाए मैं आशा करती हूं कि आप सभी लोग प्रशासन का सहयोग कर जनपद में एक अच्छी मिसाल पेश करेंगे ।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वित्त/राजस्व श्री विनय कुमार पाठक, अपरजिलाधिकारी न्यायाकि धीरेंद्र प्रताप, अपर पुलिस अधीक्षक, सभी उप जिलाधिकारी , सभी क्षेत्राधिकारी एवं जनपद से आए विभिन्न वर्गों के धर्मगुरु सम्मिलित रहे।