सदर कोतवाली के अंतर्गत राधा नगर चौकी क्षेत्र में "सीमा क्लीनिक" नाम का अदौली रोड में डॉक्टर ने गर्भपात करने की खोल रखी है मौत की दुकान

 सदर कोतवाली  के अंतर्गत राधा नगर चौकी क्षेत्र में "सीमा क्लीनिक" नाम का अदौली रोड में डॉक्टर ने गर्भपात करने की खोल रखी है मौत की दुकान



आखिरकार भ्रूण हत्या जैसे जघन्य और घिनौने अपराध में लिप्त सीमा क्लीनिक


यह कहना गलत नहीं होगा कि भगवान का दर्जा पाने वाले कुछ डॉक्टर पैसों के लालच में राक्षसों वाला कार्य कर रहे हैं!


चंद पैसों के लिए नवविवाहित तथा अविवाहित युवतियों का चंद घंटों में कर देता है गर्भपात


सीमा क्लीनिक अपने स्वार्थ बस पैसों के लालच में पूरे चिकित्सा जगत के नाम पर कालिख पोत रहे हैं।


फतेहपुर।जनपद की जिला अधिकारी अपूर्वा दुबे ने अभी हाल ही में अपना एक बड़ा बयान जारी करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिया कि जनपद में पंजीकृत नर्सिंग होम तथा पंजीकृत मेडिकल स्टोर तथा पंजीकृत क्लीनिक का ही संचालन किया जाएगा अवैध मेडिकल स्टोर व झोलाछाप डॉक्टरों की दुकानें बंद करा कर उनके ऊपर कानूनी कार्यवाही की जाएगी उनका यह निर्देश मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय में पूरी तरह हवा हवाई साबित हो रहा है *वही जनपद के राधा नगर चौकी  क्षेत्र के अंतर्गत अदौली रोड में एक अवैध रूप से सीमा क्लीनिक का संचालन किया जा रहा है वहीं मेडिकल स्टोर में दवाओं के साथ नशीली दवाओं की भी बिक्री का काम बखूबी किया जाता है वही विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सीमा क्लीनिक संचालक द्वारा सदर कोतवाली थाना क्षेत्र के राधा नगर चौकी चंद कदमों की दूरी पर अपने आपको डॉक्टर कहने वाला संचालक ने तो मानो गर्भपात कराने पर महारत हासिल कर रखी है कैमरे में कैद हुए उन्होंने बताया कि   गर्भपात का मरीज सीमा क्लीनिक में आया हुआ है वही राधा नगर चौकी क्षेत्र में इन दिनों गर्भपात करने वालों की बाढ़ सी आई हुई है हर गली नुक्कड़ पर महिलाएं डॉक्टर बनी हुई बैठी हैं और नवविवाहित तथा अविवाहित युवतियों का गर्भपात करने में अपना जुल्म बताते हुए भी नजर आते है वहीं जानकारों ने बताया कि राधा नगर चौकी क्षेत्र के अंतर्गत डॉक्टर सीमा क्लीनिक नाम से विख्यात महिला के यहां लोग डिलीवरी तथा गर्भपात कराने वाले आते हैं और अविवाहित तथा नवविवाहित का गर्भपात करके यह डॉक्टर क्षेत्र में अपना दबदबा कायम किए हुए हैं और गर्भपात कराने वालों से मोटी रकम लेकर चंद घंटों में ही गर्भ में पल रहे बच्चे को मौत के घाट उतार देता है और विवाहित तथा अविवाहित की कोख खाली कर देता है।वही मुख्य चिकित्सा कार्यालय के अधिकारी पूरी तरीके से धृतराष्ट्र बने बैठे हुए हैं शायद उन्हें इन मामलों की जैसे जानकारी ही न हो और यदि मामला प्रकाश में आता भी है तो वह ऐसी गर्भपात करने वाले जो अपने आप को डॉक्टर कहते हैं उन लोगों से सेटिंग के जरिए मात्र नोटिस पकड़ा कर अपनी खानापूर्ति कर लेते हैं परंतु जनपद में यदि देखा जाए तो मुख्य चिकित्सा कार्यालय के अधिकारी द्वारा आज तक किसी भी अवैध नर्सिंग होम चलाने वाले को पुलिस द्वारा पकड़कर जेल की सलाखों के पीछे नहीं भेजा गया क्योंकि मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय में बैठे हुए दो लाल ही पूरे जिले में धमाल मचाए हुए और झोलाछाप डॉक्टर तथा गर्भपात करने वाले महिलाओं से रकम लेकर अपना आशीर्वाद प्रदान किए हुए अब देखना यह है कि क्या जनपद की जिला अधिकारी इस मामले को संज्ञान में लेते हुए ऐसे लोगों के ऊपर कार्यवाही करेंगी या फिर ऐसे लोगों के हौसले बुलंद बने रहेंगे यह तो जांच होने के बाद ही मामला सामने आएगा कि संरक्षण देने वालों के ऊपर कार्यवाही होगी या झोलाछाप तथा गर्भपात कराने वाले डाक्टर महिलाओं के ऊपर कार्यवाही की तलवार गिरेगी या नहीं?

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