खागा किशनपुर रायपुर भसरौल की सड़क की दुर्दशा का दोश जनता को दे रहे इन महानुभावों से मेरा प्रश्न है
खागा/फतेहपुर।इस सड़क पर करोड़ों का व्यापार होता है लेकिन उस व्यापार का फायदा कौन लेता सांसद विधायक बड़े-बड़े वादे करते हैं चुनावी समय पर जनता को हाथ जोड़ जोड़ कर अभिवादन करते हैं और चुनाव जीतने के बाद स्वयं आलीशान गाड़ियों पर घूमने वाले यह सांसद विधायकों ने कभी क्षेत्र की ओर मुड़ कर देखा है जनता पिछले 70 दशकों से विकास का मु ह ताक रही है विकास तो इन लोगों का हो रहा है इनके जनप्रतिनिधियों का हो रहा है जिन्होंने छोटे से लेकर बड़े पद तक अपने जनप्रतिनिधियों को बाहुबल और पैसे के बल पर बैठा दिया है जो जनता की एक भी नहीं सुनते हैं बस चुनाव होते ही हिंदू मुस्लिम के नाम पर या फिर जाति के नाम पर विकास के नाम पर वोट तो मांगते हैं लेकिन इन लोगों को चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए जो जनता को इस तरह की हालत में छोड़कर ऐसी अनर्गल बयानबाजी करवाते फिरते हैं इन लोगों के ही पिट्ठू चले इस प्रकार की बयानबाजी करते हैं जो जनता को ही सीधे इसका दोषी ठहरा देते हैं कहते हैं सड़क पर ट्रक ना चलने दीजिए ट्रैक्टर ना चलने दीजिए करोड़ों का चंदा देने वाले यह मोरंग खदान माफियाओं ने आप लोगों को तो खरीद रखा है आप लोग ही इनके पीछे खड़े होकर समझौता करवाते नजर आओगे जैसा एक बार हो चुका है स्वयं सांसद और विधायक मौके पर जाकर रीड की टूटी हुई हड्डी के लोगों का समझौता करवाती नजर आती है जब यह जनता इसका विरोध करेगी तो उस जनता का क्या हाल होगा मैं भी उसी क्षेत्र की जनता हूं आप लोगों को मैं खुला चैलेंज करता हूं जिले के सभी जनप्रतिनिधियों को कि आइए मेरे गांव और जनता के सामने आप 10 मिनट रुक करके दिखाइए अगर आप बहुत बड़े विकास पुरुष हैं बहुत बड़े विकास के बप्पा है आपने समंदर खुदवा रखे हैं तो आइए जनता के बीच में और हमारे सवालों को जवाब दीजिए यह मैं आपको खुला चैलेंज करता हूं क्योंकि मैं भी पिछले 50 सालों से इस दंश को झेल था चला रहा हूं और यह इस प्रकार की खबरें आग में घी डालने का काम करती है चाहे वह आप लोगों के द्वारा डाली गई हो या आपके आकाओं के द्वारा डलवाई गई हो जनता स्वयं में आका होती है उसका कोई आका नहीं होता और जब वह आका नाका पर उतर आती है तो सब का हाल क्या होता है यह कोई बताने वाली बात नहीं है।जनता आप सभी के मंसूबों को जान चुकी है आप लोग ही धमकी देते हैं जो लोग विरोध करते हैं चुनाव के बाद चुन-चुन के बदला लेते हैं जनता भी इस हिसाब किताब को पूरा करना जानती है और जिस दिन जनता का मूड खराब हो जाएगा आप भागते नजर आओगे।यदि आप सभी में इतना दम होता तो पहले तो अपने वादे पूरे कर लिए होते और इतना दम भी है तो आइए जनता के बीच में आप लोगों को जनता की ओर से मैं प्रस्ताव भेज रहा हूं कि आए रायपुर भसरौल आप सभी जनप्रतिनिधि और जनता का सामना करे।