हर घर नल योजना के अंतर्गत खोदे गए रास्तों की मरम्मत के नाम पर की जा रही खानापूर्ति
बांदा - जल जीवन मिशन के तहत घरों तक पानी पहुंचाने के लिए खोदे गए रास्तों को बारिश के नाम पर छोड़ दिया गया। बताया गया बारिश में रास्ते की मरम्मत नहीं की जा सकती। जिससे लोगों को बड़ी परेशानी सामना करना पड़ा। लेकिन पिछले कई दिनों से लगातार झमाझम बारिश हो रही है। लेकिन अब विभाग के द्वारा कार्य में तेजी दिखाते हुए भरी बारिश और कीचड़ के बीच खोदे गए रास्तों में आरसीसी डाली जा रही है। बताया गया कि मरम्मत के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हो रही है। बारिश में भीगी हुई सीमेंट यानी पत्थर हो चुकी सीमेंट को को तोड़कर के मिक्सर मशीन के माध्यम से रास्ते की मरम्मत में इस्तेमाल किया जा रहा है।
आपको बता दें कि पूरा मामला जनपद बांदा के बड़ोखर ब्लाक अंतर्गत ग्राम कुलकुम्हारी का है। जहां पर बारिश के बाद गांव की गलियां कीचड़ में तब्दील हो चुकी है। पाइप बिछाने के बाद सड़कों को दुरुस्त नहीं किया गया। जल जीवन मिशन के तहत सड़कें खराब होने की शिकायत जिलाधिकारी तक लोगों ने दर्ज करवाई है। लेकिन शिकायतों अनदेखा किया गया। विभाग का दावा है कि प्रदेश में जल जीवन मिशन का काम तेजी से चल रहा है। हर घर को पानी पहुंचाने के लिए गांव की हर गली में पाइन बिछाने के लिए सड़कों को खोदा गया। निर्माण एजेंसियों ने पाइप बिछा दिए हैं। लेकिन रास्तों की मरम्मत नहीं कराई गई है। ऐसी स्थिति में गांवों की गलियां खस्ताहाल में पड़ी है। लेकिन अब विभाग को बहुत जल्दी पड़ी हुई है। जनपद में लगातार हो रही बारिश से खराब हो चुकी सीमेंट और रास्तों में आरसीसी रोड की मरम्मत का कार्य किया जा रहा है। लेकिन सवाल यह उठता है। आज पिछले कई दिनों से हो रही झमाझम बारिश के बीच रास्ते खराब पड़े हैं ग्रामीण क्षेत्रों में चारों तरफ जल शक्ति मिशन के तहत पाइप डालने के लिए खोदे गए रास्ते पूरी तरह से कीचड़ युक्त हैं। लेकिन इस तरह की कीचड़ में आरसीसी रोड की मरम्मत कैसे की जा रही है। बारिश बंद होने का इंतजार अब नहीं किया जा सकता। सबसे बड़ी बात यह है कि जो सीमेंट मिलाई जा रही है वह सीमेंट पूरी तरह से पत्थर हो चुकी है। उसको तोड़ तोड़ कर के मिक्सर मशीन में डालकर के आरसीसी रोड की मरम्मत की जा रही है। तो आखिर यह सीसी रोड कितने दिन तक टिकाऊ होगी या सिर्फ मरम्मत के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। लगातार चलाई गई खबरों के हिसाब से ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश के समय कीचड़ का का अंबार लगा हुआ है। अभी तक किसी को नजर नहीं आया लेकिन अब जब कई दिनों से लगातार जनपद में झमाझम बारिश हो रही है। इसके बीच सीसी रोड की मरम्मत का कार्य कैसे किया जा सकता है। वही जब इस मामले में ग्राम प्रधान से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमने कई बार मना किया कि इस तरह के कीचड़ वाले रास्ते में आरसीसी मत डालिए ज्यादा दिन तक नहीं चलेगी। कई दिन से बारिश भीगने के बाद सीमेंट जो कि पत्थर हो चुकी है। खराब सीमेंट का उपयोग मत करिए ताकि रास्ते को कुछ दिन चल पाए। लेकिन उनका कहना है कि हमारी बात नहीं मानी जा रही है। ठेकेदार के द्वारा मनमानी तरीके से कार्य कराया जा रहा है। अब देखने वाली बात यह है कि जिला प्रशासन एवं उत्तर प्रदेश सरकार इस मामले में संज्ञान लेते हुए, दोषियों पर क्या कार्रवाई करता है।