डेंगू में लापरवाही पड़ न जाए भारी
डेंगू नियंत्रण के लिए विभाग ने तैयार की रणनीति
आशा और एएनएम करेंगी सर्वेक्षण का कार्य
फतेहपुर।डेंगू की रोकथाम और नियन्त्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अभी से रणनीति बनाकर तैयारियां शुरू कर दी हैं। बारिश के बाद मच्छर जनित रोग बढ़ने लगते हैं। इसके लिए समुदाय को जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल की तरह इस बार भी 16 मई को राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया गया। इस बार दिवस की थीम ‘डेंगू को हराने के लिए साझेदारी का उपयोग करें’ तय की गई है। वर्ष पर्यंत इसी थीम के साथ गतिविधियां की जाएंगी। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. सुनील भारतीय ने दी।सीएमओ ने कहा कि समुदाय को जानना जरूरी है कि मच्छर को पनपने से रोक कर ही हम डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया आदि मच्छर जनित रोगों से खुद के साथ घर-परिवार को भी सुरक्षित रख सकते हैं। डेंगू के प्रसार का समय जुलाई से नवंबर तक माना जाता है। इस दौरान आशा व एएनएम घर-घर भ्रमण कर बुखार ग्रस्त व्यक्तियों का सर्वेक्षण करेंगी। घर में मिलने वाले लार्वा स्रोत विनष्टीकरण का कार्य किया जाएगा। नगर विकास और पंचायती राज विभाग की ओर से सभी वार्डों और गांवों में छिड़काव, फागिंग कराई जाएगी। ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में चिन्हित कुल 88 हॉट स्पॉट पर विशेष ज़ोर देते हुये विभिन्न गतिविधियां की जाएंगी।
‘हर रविवार मच्छर पर वार’ का देंगे संदेश
सीएमओ ने बताया कि इस दिवस पर डेंगू से रोकथाम व बचाव के लिए सभी पीएचसी/सीएचसी पर जन जागरूकता रैली एवं गोष्ठी के साथ विशेष डेंगू फीवर कैंप का आयोजन किया जाएगा। बुखार के हर मरीज की जांच सुनिश्चित की जाए और पूरा उपचार कराना सुनिश्चित करें। आशा अपने क्षेत्र में जागरूकता व स्रोत विनष्टीकरण का कार्य करेंगी। आशा-एएनएम गृह भ्रमण के दौरान ‘हर रविवार मच्छर पर वार, लार्विसाइड पर प्रहार’ स्लोगन के जरिये जनमानस को जागरूक किया। सीएमओ ने जनपदवासियों से अपील की है कि जानकारी व जागरूकता ही डेंगू से बचाव है के सूत्र को मानते हुए खुद के साथ अपने घर-परिवार का ध्यान रखें।