साइबर क्राइम सेल ₹100000 आवेदक के खाते पर वापस कराए

 साइबर क्राइम सेल  ₹100000 आवेदक के खाते पर वापस  कराए 




फतेहपुर12वी वाहिनी पीएसी निवासी फूलचंद ने पुलिस कार्यालय में उपस्थित होकर पुलिस अधीक्षक को सम्बोधित प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर बताया कि यूट्यूब पर वीडियो देखने के दौरान गलती से अनजान लिंक पर क्लिक हो जाने के बाद उनके खाते से दो बार में कुल एक लाख रूपया आनलाइन माध्यम से ट्रांसफर हो गये।  पुलिस अधीक्षक  के द्वारा साइबर क्राइम पुलिस थाना टीम को त्वरित कार्यवाही हेतु आदेशित किया गया जिस पर तत्काल कार्यवाही करते हुए आवेदक से ट्रांसफर हुये रूपयो का विवरण प्राप्त करते हुये पोर्टल पर तत्काल शिकायत दर्ज की गई। ट्रांसफर किये गये रूपयों के बारे में जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि उक्त खाते से ट्रांसफर किये गये रूपयो को यूनियन बैंक आफ इण्डिया बैंक के खाते में ट्रांसफर किया गया है। तत्काल यूनियन बैंक आफ इण्डिया के नोडल अधिकारियों से पत्राचार कर ठगे गये रूपयों के सम्बन्ध जानकारी प्राप्त करते हुये खाते में भेजी गयी धनराशि को फ्रीज कराया गया तथा लगातार वार्ता करते हुये धनवापसी हेतु पत्राचार किया गया। बैंक से विधिक कार्यवाही कराते हुये पूरे 100000 (एक लाख) रूपये सकुशल आवेदक उपरोक्त के बैंक खाते में वापस कराया गया। खाते में अपनी धनराशि वापस पाने के उपरान्त आवेदक द्नारा साइबर क्राइम पुलिस थाना में आकर श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय एवं साइबर क्राइम पुलिस थाना के कर्मचारियों का आभार व्यक्त करते हुए कृत कार्यवाही की भूरि-भूरि प्रशंसा की गयी तथा आभार प्रकट किया गया। 

जनमानस से अपील की जाती है कि किसी भी अनजान व्यक्ति को ओटीपी, डेबिट कार्ड/केडिट कार्ड डिटेल एवं यूजर आईडी पासवर्ड शेयर न करें, चाहें वह बैंक कर्मी हो या ट्रेजरी आफिसर या अन्य कोई । कोई व्यक्ति यदि बातों-बातों में आपसे कोई रिमोट एक्सेस एप जैसे- क्वीक सपोर्ट, एनीडेस्क आदि डाउलोड करने को कहे तो कदापि डाउनलोड न करें। विभिन्न माध्यमो जैसे एसएमएस, ई-मेल, व्हाट्सएप मैसेज आदि पर प्रसारित / प्राप्त हो रहे लिंक को न खोलें। किसी भी कम्पनी का कस्टमर केयर नम्बर गूगल पर सर्च करके प्रयोग में न लायें नम्बर प्राप्त करने हेतु उस कम्पनी द्वारा उपलब्ध कराये गये डाक्यूमेंट को देखें या केवल आधिकारिक वेबसाइटों पर उपलब्ध नम्बर का प्रयोग करें । एटीएम से पैसे निकालते समय ध्यान रखें कि कोई दूसरा व्यक्ति आपका एटीएम कार्ड बदल न पायें एवं पैसा निकालने से पूर्व उस मशीन में स्किमर एवं कैमरा न लगा हो चेक कर ले । अपने मोबाइल को किसी अनजान व्यक्ति को कदापि न दें । विभिन्न सरकारी आवास योजनाओ का लाभार्थी बताकर यदि कोई पैसे मांगे तो कदापि पैसे न दे । यदि आपके मोबाइल नंबर पर मैसेज या काल आता है कि आपके दोस्त/रिश्तेदार ने रुपये भेजे है, उसे रिसीव कर ले या आप उस लिंक को क्लिक करें तो आपके खाते में राशि आ जाएगी तो ध्यान रखे कि यह काल आनलाइन फ्रॉड की भी हो सकती है और इस पर क्लिक करने से आपके खाते से रूपये कट सकते है, अतः जाँच परख के बाद ही लेन देन करे । किसी भी प्रकार की साइबर क्राइम सम्बन्धी शिकायत को दर्ज करने हेतु नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल www.cybercrime.gov.in या टोल फ्री नं0 1930 डायल करें या अपने बैंक को घटना के सम्बन्ध में अवगत कराते हुये नजदीकी थाने की साइबर सेल में सम्पर्क करे। 

 साइबर क्राइम पुलिस थाना टीम में 

प्रभारी निरीक्षक मोहम्मद कमर खान 

 उप निरीक्षक रणधीर सिंह, का0 प्रवीन सिंह,. का0 शुभेन्दु रंजन  का0 अजय कुमार मौजूद रहे।

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