जिला मानसिक स्वास्थ्य टीम के द्वारा एक मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता शिविर का किया गया आयोजन
बांदा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अनिल कुमार श्रीवास्तव के निर्देश पर जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम टीम बांदा द्वारा आदर्श शिक्षा निकेतन इंटर कॉलेज में एक मानसिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया*
क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ रिजवाना हाशमी ने बताया कि बच्चों को परीक्षा के समय एंजायटी हो जाती है । जिसके लिए बच्चों के सबसे अच्छी काउंसलर उनके माता-पिता होते हैं। बच्चों में अत्यधिक जिद्दी स्वभाव झूठ बोलने की आदत लोगों का सामान चुराने की आदत नकारात्मक विचार यदि आते हैं तो ओपीडी 4 मनकक्ष में काउंसलिंग कर सकते हैं साथ ही ऑनलाइन काउंसलिंग 8528 709525 का काउंसलिंग ले सकते हैं। अनुश्रवण एवं मूल्यांकन अधिकारी नरेन्द्र कुमार मिश्रा ने बताया की भाग दौड़ भरी जिंदगी में खान-पान बिगड़ता जा रहा है साथ ही बच्चे मोबाइल को एक नशे की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। जिसके कारण बच्चों में याददाश्त कमजोर होना,मानसिक तनाव होना, बुरे विचार आना एवं चिंता व हताशा के भाव आते हैं। इससे बचने के लिए बच्चों को पौष्टिक भोजन लेना चाहिए सुबह उठकर योग एवं प्राणायाम करना चाहिए अपने माता-पिता का सम्मान करना चाहिए मोबाइल का प्रयोग आवश्यकता अनुसार एवं कम करना चाहिए साथ ही किसी प्रकार की काउंसलिंग के लिए 14416 में कॉल करके सहायता ले सकते हैं। कार्यशाला में किशोर परामर्शदाता चंद्रेश गुप्ता,किशोरी परामर्शदात्री वंदना तिवारी एवं काउंसलर वर्षा गुप्ता ने भी अपने विचार व्यक्त किया।
कार्यशाला में मानवाधिकार के प्रवीण चौहान ने बच्चों को प्रेरक कहानियों के माध्यम से जागरूक किया। आदर्श शिक्षा निकेतन की प्रधानाचार्य श्रीमती वर्णमाला चौहान ने जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम को धन्यवाद ज्ञापित किया । मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता करशाला के पश्चात बच्चों से प्रश्नोत्तरी कर पुरस्कार वितरण भी किया गया। पुरस्कार प्राप्तकर्ता बच्चे प्रांजल चतुर्वेदी ,खुशी यादव, प्रांसी, कृष्णा शुक्ला, राधिका, ओम सिंह, नंदिनी मिश्रा, प्रेम कुमारी, सिमरन बानो आदि बच्चे सम्मिलित हुए।