फ़तेहपुर लोकसभा सीट: क़द्दावर राजनीतिज्ञ असलम “शेर खाँ” को उतार सकती है बसपा
फ़तेहपुर। तक़रीबन दो दशक से ज़िले में बहुजन समाज पार्टी की रीढ़ की हड्डी क़हे जाने वाले मोहम्मद असलम उर्फ़ शेर खाँ को पार्टी स्थानीय लोकसभा सीट से प्रत्याशी बना सकती है। ज़िले के सियासी गलियारे में उनका नाम सम्मान से लिया जाता है और वे उन चुनिंदा नेताओं में शामिल हैं जो बुरे समय में भी पार्टी के साथ न सिर्फ़ जुड़े रहे बल्कि हालातों का डटकर मुक़ाबला करते रहे।
भरोसेमंद सूत्रों के अनुसार इस सीट पर बहुजन समाज पार्टी लगभग तीन दशक से गंभीर रही है। बारहवीं लोकसभा के चुनाव में जहां विश्वंभर प्रसाद निषाद बसपा के टिकट से जीते, वहीं पन्द्रहवीं लोकसभा में बसपा के महेंद्र निषाद जीतकर पहुँचे, किन्तु 2009, 2014 एवं 2019 के चुनाव में लगातार प्रत्याशी बदलने के बावजूद सफलता नहीं मिली। वैसे 2014 में भी पार्टी ने मुस्लिम प्रत्याशी उतारा था और अफ़ज़ल सिद्दीक़ी भाजपा के लिए चुनौती भी बनें थे, ऐसे में पार्टी फिर एक बार मुस्लिम कार्ड ख़ेल सकती है। ख़ासकर उन परिस्थितियों में यह निर्णय ख़ासा प्रभाव छोड़ सकता है, जब असदउद्दीन ओबैसी की पार्टी से यूपी में बसपा के गठबंधन की चर्चाएँ काफ़ी तेज़ हैं।
मो. असलम “शेर खाँ” की पहुँच पार्टी हाईकमान तक मानीं जाती है। हाल के वर्षों में उन्हें ज़िले में बसपा की बैक-बोन भी कहा जाता है, उनकी पकड़ अपने समुदाय के साथ-साथ हिंदुओ में भी अच्छा-ख़ासा होने से ग़ैर बसपा दलों के प्रत्याशियों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। सूत्र बताते हैं कि बसपा जल्द ही इस सीट पर प्रत्याशी घोषित कर सकती है, शेर खाँ का ऊपर से बुलावा भी आया है।