गठिया रोग से बढ़ सकती हैं प्रजनन समस्याएं
न्यूज़।एक नए शोध में पाया गया है कि गठिया रोग से समय से पहले डिलीवरी, कम वजन वाले बच्चों का जन्म व निःसंतानता जैसी समस्याओं का जोखिम बढ़ सकता है। यह शोध जर्नल रूमेटोलाजी में हाल ही में प्रकाशित हुआ है। अध्ययन में आटोइम्यून रोगों का प्रजनन स्वास्थ्य पर पड़ने वाले असर की जांच की गई है। आटोइम्यून रोग से ग्रस्त लोगों के शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से स्वस्थ ऊतकों और अंगों पर आक्रमण करने लगती है। शोधकर्ताओं ने अध्ययन के दौरान कुछ मरीजों के बच्चों की संख्या, पिता बनने में समस्या और गर्भावस्था से जुड़ी जटिलताओं की जांच की। उन्होंने फिनलैंड में 1964 से 1984 के बीच पैदा हुए लोगों के राष्ट्रीय डाटा का परीक्षण किया। उन्होंने प्रजनन वर्ष से पहले या बाद करीब आठ प्रतिशत महिला और पुरुषों में आटोइम्यून रोग की पहचान की। शोध दल ने पाया कि तीन शीर्ष आटोइम्यून रोगों में इसका अधिकतम प्रभाव पाया गया। एडिसन रोग में 23.9 प्रतिशत, जुवेनाइल आइडियोपैथिक गठिया में 9.3 प्रतिशत और विटामिन बी 12 की कमी वाले एनीमिया से ग्रस्त लोगों में 8.6 प्रतिशत निःसंतानता पाई गई। एडिसन रोग एक विकार है जिसमें एड्रीनल ग्रन्थि से पर्याप्त हार्मोन नहीं पैदा होता।