डाॅ0 भीमराव आम्बेडकर राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय मे विदाई समारोह एवं वार्षिक उत्सव का किया गया आयोजन
फतेहपुर।डाॅ0 भीमराव आम्बेडकर राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में वार्षिकोत्तसव और विदाई समारोह का आयोजन बड़े ही धूम-धाम से मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो0 सरिता गुप्ता द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं द्वीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। तत्पश्चात् प्रो0 गुलशन सक्सेना द्वारा प्राचार्य को स्मृति चिन्ह् देकर स्वागत किया गया। तदोपरान्त महाविद्यालय की छात्रा स्मृति श्रीवास्तव द्वारा माँ सरस्वती की वन्दना नृत्य के माध्यम से किया और शिवानी वर्मा तथा अर्पिता सोनी ने नृत्य के माध्यम से सभी का स्वागत किया। इसके बाद छात्राओं ने वार्षिकोत्तसव में एक से बढ़कर एक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जिसमें देश के विभिन्न प्रादेशिक लोकनृत्यों की प्रस्तुति के साथ राधा-कृष्ण की लीला की भावपूर्ण प्रस्तुति दी। इसके साथ ही डाॅ0 चन्द्रभूषण के मार्ग निर्देशन में प्रियंका, वैशाली, रोशनी, शिवानी और स्मृति ने चैत्र माह में ही गाई जाने वाली ‘‘चैती’’ की बहुत ही मनमोहक प्रस्तुति दी। महाविद्यालय के अँग्रेजी विभाग की छात्राओं ने जहाँ ‘नारी की महिमा’ पर प्रस्तुति दी तो वहीं वनस्पति विज्ञान विभाग की छात्राओं ने ‘वन है तो जीवन है पर मनमोहक प्रस्तुति दी। इसी क्रम में सत्र के दौरान विभिन्न विभागांे की विभागीय परिषदों द्वारा आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता छात्राओं को सम्बन्धित विभाग प्रभारियों ने प्रमाण-पत्र व सील्ड देकर उन्हें पुरस्कृत किया। तत्पश्चात् अपरान्ह् में महाविद्यालय की स्नातक/परास्नातक अन्तिम वर्ष की छात्राओं को प्रथम व द्वितीय वर्ष की छात्राओं द्वारा विदाई समारोह कार्यक्रम धूम-धाम से आयोजित किया गया। जिसमें छात्राओं ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ अपनी सीनीयर छात्राओें के मध्य विभिन्न रोचक प्रतियोगिताएं करवाई। इन्हीं प्रतियोगिताओं के माध्यम से स्नातक की मिस फेयरवेल शगुन यादव और परास्नातक की मिस फेयरवेल राखी को चुना गया। कार्यक्रम के अन्त में महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो0 सरिता गुप्ता ने अपने सम्बोधन में छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना की और कहा कि किसी भी व्यक्ति की व्यक्तित्व विकाश हेतु पढ़ाई के साथ-साथ खेल-कूद विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का महत्वपूर्ण योगदान होता है, अर्थात इस प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम छात्राओं के सर्वांगीण विकास में महती भूमिका निभाते हैं। कार्यक्रम का संचालन संगीत विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ0 चन्द्रभूषण सिंह ने किया तथा सह संचालन महाविद्यालय की छात्राएं वर्षिता एम कैथल और मनोरमा द्वारा किया गया।
इस दौरान महाविद्यालय के सभी सम्मानित प्राध्यापकगण व कर्मचारियों ने उपस्थित रहकर कार्यक्रम के सफल आयोजन मे अपना महत्वपूर्ण योगदान प्रदान किया।