सिंचाई डाक बंगला का होगा कायाकल्प नगर पंचायत बनाएगी गेस्ट
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फतेहपुर।नगर पंचायत असोथर में थरियाव रोड के किनारे सिंचाई विभाग की कोठी व कर्मचारी आवास बने हैं समय की मार से जर्जर हो गये है निचली गंगा नहर की देखरेख के लिए नहर कोठी का निर्माण 1947 में हुआ था जो अब देख रेख के अभाव में नहर कोठी पूरी तरह से वीरान हो गई है इसके मरम्मत कि शुधि विभाग को नहीं है 50 वीघे में फैले परिस में करोड़ों रूपय की संपत्ति वीरान पड़ी है एक भी चौकीदार यहां पर सुरक्षा के लिए तैनात नहीं है। जिलाधिकारी सहित शासन के अधिकारियों मंत्री ,नेताओं कि आवभगत कि गवाह बनी कोठी दूरसंचार से सुसज्जित थी। ब्रिटिश शासन के अधिकारी यहां ठहरे थे आजादी के बाद नहर विभाग के अधिकारी कर्मचारी भी निवास बनाकर रहते थे।
इधर पचीस सालो से कोई चौकीदार तक यह तैनात नहीं है सभी कमरे खाली है कर्मचारी अधिकारी धीरे-धीरे रीटायर हो गए अब यह कोठी अराजक तत्वों के लिए मुफीद स्थान बनी है और कुछ आसपास गांवों-कस्बों के सैलानियों के लिए भी पिकनिक स्पॉट बनी है यहां पर चोखा बाटी तथा अन्य लजीज ब्यंजन बनाकर लोग सूनशान जंगल जैसा आनंद एहसास करते हैं जब कि नहर कोठी के समीप से गुजरी निचली गंगा नहर व सुजानपुर रजबहा की निगरानी में लगे तकनीकी अधिकारी अब इधर नहीं आते नहर विभाग के सहायक अभियंता सुरेश सचान से इस संबंध में बात की गई तो बताये कि अब मरम्मत के लिए कोई बजट सरकार से नहीं मिलता है कि इसकी देख रेख साज सज्जा रंगाई पुताई में खर्च किया जाय।