अवैध खनन व परिवहन का गढ़ बना ललौली क्षेत्र

 अवैध खनन व परिवहन का गढ़ बना ललौली क्षेत्र



खदानों में खुलेआम हो रही ओवर लोडिग रात दिन गरज रहीं जे से वी मशीने

 


बिंदकी फतेहपुर।ललौली थाना क्षेत्र की सभी खदानों अढ़ावल खंड 11,  खंड 9, खंड 3,  में कमोबेश हालत एक जैसी है खदानों से लंबी बूम वाली मशीनों से रात दिन खनन कारोबारी यमुना नदी का गला दबाकर जलधारा के प्रवाह को रोककर अपना उल्लू सीधा कर रहे हैं। जबकि अढ़ावल 9 नम्बर शुरुआत से ही अवैध खनन व परिवहन के लिए चर्चित रही है मगर अधिकारियों की कृपा से आज तक खदान में अवैध परिवहन व अवैध खनन बदस्तूर जारी है।  चुनाव की ब्यस्तता  के नियंत्रण में प्रमुख अधिकारी व्यस्त क्या हुए, खदानो में खुलेआम अवैध तरीके से मोरंग खनन करने की लूट मच गई। वहीं दूसरी तरफ ओवरलोड परिवहन के आकाओं ने एआरटीओ और पुलिस से बचने के लिए नया तरीका निकाला है। वह ट्रक व डंपर की नंबर प्लेट पर मिट्टी व कालिख लगा देते हैं। इससे रजिस्ट्रेशन नंबर छिप जाते हैं और चालान से बच जाते हैं। कई वाहन ऐसे भी नजर आते हैं, जिनमें नंबर प्लेट तक नहीं होती। हालांकि वाहन में रजिस्ट्रेशन नंबर स्पष्ट न होना, नंबर बिगड़े होना अथवा नंबर प्लेट न होना भी यातायात नियमों के खिलाफ व उल्लंघन माना जाता है। मगर इसकी फिक्र किसे है एआरटीओ व टास्क फोर्स को ये कभी नजर नहीं आता। वह सिर्फ अत्यधिक दबाव में कुछ वाहनों को सीज कर खानापूर्ति कर लेते हैं। बाद में फिर यथास्थिति जस की तस हो जाती है। दरसल मौरंग, बालू व गिट्टी के ओवरलोड परिवहन से सरकार को दोहरी चपत लग रही है। रॉयल्टी की चोरी के साथ ही सड़कें भी ध्वस्त हो रही हैं। कार्रवाई से बचने के लिए भारवाहन चालक खुलेआम अधिकारियों की आंखों में धूल झोंक रहे हैं। वाहन की नंबर प्लेट पर कालिख व मिट्टी लगाकर रजिस्ट्रेशन नंबर छिपा लेते हैं तो कई में आधे- अधूरे नंबर लिखे नजर आ रहे हैं। अधिकारी वाहन चालकों, संचालकों की करतूत को लगातार नजर अंदाज कर रहे हैं। पकड़े गए वाहनों पर आज तक नंबर प्लेट के नाम पर यथोचित कार्यवाही नहीं हुई है। जबकि ऐसे वाहनों के खिलाफ पकड़ने के बाद धोखाधड़ी का मुकदमा भी दर्ज होना चाहिए।

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