गंगा नदी के टापू में फंसे करीब 300 गोवंश के जान की आफत,निवाले के लाले
असोथर फतेहपुर।गंगा नदी की दो जलधाराओं के मध्य करीब 300 गोवंश फंस गए हैं चारों तरफ से अपार जलराशि की वजह से वेजुबान सहमें हैं कहीं निकलने का रास्ता नहीं है चिलचिलाती धूप और भूख से व्याकुल है । गोवंश टापू में स्थिर सुरक्षित नहीं है।
पुलिस चौकी छिवलहा थाना हथगांव क्षेत्र के गांव नरौली जाफराबाद के समीप बेसहारा गौवंश गंगा नदी किनारे रेती पर बैठे थे धीरे धीरे गंगा नदी में जल का प्रवाह बढ़ता गया और जिस स्थान पर गौवंश बैठे थे वह टापू बन गया रात के अंधेले में गोवंश समझ नहीं पाये और जलधारा में फंस गए। इतने बड़े वाकिया की जिम्मेदारो को जानकारी तक नहीं है।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को भी इसकी दिन में जानकारी नहीं हुई ।
यह बड़ा सवाल उठता है कि जब सभी बेसहारा गोवंश गोशाला में संरक्षित है तो इतनी बड़ी संख्या में गोवंश कहां से आए ये गोवंश अचानक नहीं प्रगट हुए,आसपास गांव के नागरिक भी संवेदनशीलता नहीं दिखाए मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ नवल किशोर सचान का कहना है कि गौवंश के चारा की व्यवस्था की जाएगी और निगरानी बनी है।