*बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए संस्था ने संभाली कमान दो हजार से अधिक लोगों को पहुंचाई राहत-सहायता अंकित शुक्ला*
*अंकित शुक्ला ने बाढ़ग्रस्त परिवारों तक पहुंचाया राहत समान खिले सबके चेहरे और बोल इस घड़ी में मदद के लिए पुनः आते रहे अंकित सर*
*फतेहपुर* बाढ़ में अपना सब कुछ गंवा चुके परिवारों की मदद के लिए राष्ट्रीय सैनिक छात्र सेवा परिषद आगे आई है परिषद के अध्यक्ष अंकित शुक्ला ने खुद ही कमान संभाल ली है 50 जिलों की सीधी निगरानी कर रहे हैं बाढ़ त्रासदी से जूझ रहे पीड़ितों काे बीते कई दिनो से लगातार भाेजन सूखा राशन, दूध, पहनने काे कपड़े, ओढ़ने-बिछाने के लिए कंबल-चटाई से लेकर दवाई तक घर-घर पहुंचाई जा रही है कीचड़ और पानी से लथपथ रास्ताें पर चलकर लाेग दूरदराज गांवाें तक पहुंंच रहे हैं। शहर से लेकर गांव तक बेघर परिवाराें काे संकट की इस घड़ी में सहारा देने के लिए खाद्य पदार्थ का वितरण किया जा रहा है। संस्था ने पानी का पाउच भी उपलब्ध कराया है। अंकित ने बताया कि जनपद के विभिन्न जगह-जगह राहत सामग्री का वितरण जारी है। अंकित शुक्ला की टीम नाव के सहारे बाढ़ पीड़ितों को राहत पैकेट पहुंचा रही है संस्था के पदाधिकारी से लगा सदस्यों ने भी बाढ़ से प्रभावित गांव-गांव में राहत सामग्री का वितरण किया इसी का नतीजा है कि अब तक बाढ़ से प्रभावित कई हजार से अधिक लोगों को राहत सहायता पहुंचाई जा चुकी है राहत सामग्री का वितरण किया गया बाढ़ पीड़ितों के लिए कुल 2250 पैकेट राहत सामग्री के दिए गये राहत सामग्री में आटा, चावल, अरहर की दाल, हल्दी, मिर्च, सब्जी मसाला, सरसों का तेल, नमक, आलू,भुने चना, गुड़, मोमबत्ती, माचिस, बिस्कुट, साबुन, लाई का वितरण किया गया और बच्चो को शिक्षा भी दी जा रही है लोगो ने कहा कि हम धन्यबाद देते हैं संस्था के अध्यक्ष अंकित शुक्ला को जिन्होंने हमें भिक्षा दान में इतना समान दिया की आज 500 परिवार में राशन पहुंचाया मैं शुरू में भी यहां आया था सरकार ने शुरू भी करवाया लेकिन मेरा मानना है अभी नाव का परवाना देना चाहिए जिससे लोग फ्री में आ इसमें ज्यादा पैसा नहीं लगता है। सरकार को इनके बारे में सोचना चाहिए। मेरा काम अनवरत जारी रहेगा संस्था टीम में ये साथी जुटे वितरण करने वालों में राष्ट्रीय भवानी प्रसाद शुक्ला ,अमन सिंह, मोहित शुक्ला, विमल गुप्ता, अमन यादव, अजय, सुधांशु अमन सिंह कुवंर राज सिंह अश्वनी शुक्ला आदि शामिल थे। अंकित शुक्ला ने एक तरफ जहां लोगों में भोजन पैकेट व पानी का वितरण कराया वहीं दूसरी तरफ पशुओं के लिए चारा भी उपलब्ध कराया।