पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी का जन्म दिवस धूमधाम से मनाया गया
फतेहपुर।श्री कृष्ण आदर्श विद्या मंदिर मूक बधिर एवं मंदबुद्धि दिव्यांग आवासीय विद्यालय खभापुर फतेहपुर में पं0 दीनदयाल उपाध्याय जी का 108 वां जन्म दिवस धूमधाम से मनाया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी के चैयरमैन डॉ0 अनुराग श्रीवास्तव, अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ सभासद विनय तिवारी, संस्था के उपाध्यक्ष डॉ0 वकील अहमद व प्रबंधक सीताराम यादव ने संयुक्त रूप से मां शारदे तथा अंत्योदय पथ, अंत्योदय प्रण व अंत्योदय लक्ष्य के साथ एकात्म मानववाद के प्रणेता की प्रतिमा में माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलित करके किया।
मुख्य अतिथि ने कहा कि इस तरह के दिव्यांगो की सेवा उनका पुनर्वास और शिक्षण एवं प्रशिक्षण की सेवाएं उपलब्ध कराना बहुत ही पुण्य का कार्य है| यह कार्य पं0 दीनदयाल उपाध्याय जी के जीवन से जुड़ी प्रेरणा का मुख्य स्रोत है। क्योंकि उन्होंने अपने जीवन में तमाम तरह की ऐसी घटनाएं स्वयं महसूस की थी जिनसे उन्हें लगा था कि समाज के अंतिम पंक्ति के मजबूर बेसहारा लोगों की सहायता की जाए इसलिए उन्होंने अंत्योदय की परिकल्पना की थी सच्चे मायने में आज दिव्यांगो को सहारा देना उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि हैं| विशिष्ट अतिथि सभासद आतिश पासवान ने पं0 दीनदयाल जी को नमन करते हुए कहा कि उपाध्याय जी एक प्रखर राष्ट्रवादी विचारक उत्कृष्ट संगठन करता के साथ-साथ व्यक्तिगत ईमानदारी और सत्य निष्ठा के एक धूमकेतु के रूप में सदैव चमकते रहेंगे।उनका संपूर्ण जीवन विकास की पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति के समक्ष लाने के लिए समर्पित रहा| विशिष्ट अतिथि सभासद ऋतिक पाल ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी को नमन कर विद्यालय परिवार की सराहना करते हुए कहा कि दिव्यांगों को दया पर नहीं अधिकार पर विश्वास करना चाहिए विद्यालय को अपना हर संभव सहयोग करने का वचन दिया| अर्जुन सिंह ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के जीवन पर विस्तार से चर्चा की तथा उनके आदर्शों पर चलने की प्रेरणा दी| संस्था के उपाध्यक्ष वकील अहमद ने कहा कि दीनदयाल जी कहते थे कि जब तक हम समाज के गरीब से गरीब व्यक्ति तक विकास नहीं पहुंचाते।
तब तक देश की स्वतंत्रता का कोई अर्थ नहीं, उनकी प्रेरणा से अनेकों राष्ट्रभक्तों ने जीवन के सभी सुखों को त्याग कर देश सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित किया।
प्रबंधक सीताराम यादव ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के चरणों में नमन करते हुए कहा कि भारत की राजनीति में एकात्मक मानववाद और अंत्योदय के दर्शन के साथ समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को शासन की योजनाओं के साथ जुड़ने का सपना पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी ने देखा था जिससे उनके जीवन से प्रेरणा लेकर यह पुनीत कार्य का बीड़ा उठाया गया हैl ईश्वर हमें शक्ति प्रदान करें ताकि गरीबों, असहाय एवं उपेक्षितों की सेवा कार्य में सतत लगे रहे| प्रधानाचार्य मनीष कुमार सिंह ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी एक ऐसे युग दृष्टा थे जिनके द्वारा बोये गए विचारों व सिद्धांतों के बीज ने देश को एक वैकल्पिक विचारधारा दी उनके विचार धारा सत्ता प्राप्ति के लिए नहीं बल्कि राष्ट्र के पूर्ण निर्माण के लिए थी और भारत को उसके गौरव पर पुनर्स्थापित करने के लिए थी | चैतन्य कुमार ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी को नमन करते हुए कहा कि उनके विचार आज भी प्रासंगिक हैं उनके दर्शन से प्रेरित होकर संस्था द्वारा अंतिम पायदान तक कल्याणकारी योजनाओं को पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है जिसके तहत दिव्यांगों के कल्याणार्थ किया जा रहे प्रयासों की कड़ी में बताया कि विद्यालय में मूक बधिर बच्चों को श्रवण यंत्रों के माध्यम से भी शिक्षा दी जा रही है इस हेतु बच्चे व अभिभावकों से कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा है| कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ सभासद विनय तिवारी ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी को कोटि-कोटि नमन करते हुए कहा कि मूक बधिर वह मंदबुद्धि दिव्यांगों के साथ घृणा एवं नफरत न करके उन्हें प्यार एवं सहयोग से ही आगे बढ़ाया जा सकता हैl इन बच्चों की देखरेख एवं उत्साहवर्धन के लिए भारत सरकार एवं शासन से प्राप्त अनुदान से करना संभव नहीं है जब तक हम सबकी सहभागिता न होगी जिससे इनके सहयोग के लिए समाज के सक्षम लोगों को आगे आना चाहिए तथा विद्यालय की गतिविधियों में सहयोग करने का आश्वासन दिया|
कार्यक्रम के अंत में संस्था द्वारा मूक बधिर एवं मंदबुद्धि 49 बच्चों को फल वितरण तथा चेयरमैन डॉ0 अनुराग श्रीवास्तव द्वारा सभी दिव्यांग बच्चों को संक्रामक बीमारी से बचाव हेतु दवा खिलाई गई साथ ही चॉकलेट व बिस्कुट का भी वितरण कर उत्साह वर्धन किया गया जिसको पाकर दिव्यांग बच्चों के चेहरे खुशी से चमक उठे|
अन्य प्रमुख लोगों में सूर्य प्रकाश मिश्र, विश्वेत कुमार, रंजन सिंह, सर्वेश कुमार, शैलेंद्र कुमार, चंचल, सीमा देवी, विश्वेंद्र सिंह, अनुज कुमार, पवन कुमार, रानी, आरती, संपत, हेमंत सिंह व सावित्री सहित विद्यालय के छात्र व अभिभावक उपस्थित रहे|