संभल हिंसा पर कांग्रेस अल्प संख्यक के नेताओ ने हाथ पर काली पट्टी बांधकर कलेक्ट्रेट परिसर में सरकार का किया विरोध
फतेहपुर। कलेक्ट्रेट परिसर पहुचे कांग्रेस अल्प संख्यक के जिला चेयरमैन जिला कांग्रेस कमेटी अल्प संख्यक के चेयरमैन शकील अहमद के नेतृत्व में नेता और कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्य न्यायाधीश नई दिल्ली के नाम ज्ञापन देने के बाद जिलाध्यक्ष ने कहा कि संभल जिले की ऐतिहासिक जामा मस्जिद को मंदिर बताने के दावे को जिला अदालत द्वारा स्वीकार करने के विरोध में यह ज्ञापन मुख्य न्यायाधीश नई दिल्ली के नाम भेजा गया है।ज्ञापन के माध्यम से हमारी मांग है कि निचली अदालतों के जजों के खिलाफ कार्यवाही सुनिश्चित करें ताकि न्यायपालिका की निष्पक्षता पर लोगों का भरोसा बना रहे। संभल जिले में हुई हिंसा का स्वत संज्ञान लेकर न्यायिक जांच करायी जाए।
जिलाध्यक्ष ने कहा कि क्योंकि पूजा स्थल अधिनियम1991 एक्ट के उल्लंघन है पूजा स्थल अधिनियम1991 में स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि 15 अगस्त 1947 तक धार्मिक स्थलों का जो भी चरित्र था वो यथावत रहेगा।इसे चुनौती देने वाली किसी भी प्रतिवेदन या अपील को किसी न्यायालय या प्राधिकार से स्वीकार नही किया जा सकता है उसके बाद भी संभल में निचली अदालत के जज ने इस तरह का आदेश दिया था।
ज्ञापन देने वाले लोगो में मो,रजा,नफीस,रमजान अहमद,मो,नसीम अंसारी, मो,फैजान,मो,अकरम उर्फ कल्लू,सैयद साहब अली,फारूक अली सहित तमाम कार्यकर्ता मौजूद रहे।