ओवरलोडिंग में असोथर में छोटी नहर सुजानपुर माइनर का जर्जर पुल धंसा, नगर का आवागमन बाधित
असोथर/फतेहपुर।असोथर क्षेत्र में ओवरलोडिंग का जलजला थमने का नाम नहीं ले रहा हैं ,ऐसा लग रहा हैं कि जिलें में परिवहन विभाग समेत जिला का पुलिस प्रशाशन कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति कर रहा हैं , आएं दिन ओवरलोडिंग कही ना कही जिलें भर में कोई ना कोई दुर्घटना या सड़को के बुरे हालत होने की खबरें लगातार चल रही है , पर पता नहीं क्यों यह बात शासन स्तर तक नहीं पहुंच पा रही हैं 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर भोर पहर असोथर नगर को जोड़ने वालें मुख्य मार्ग का लंबे समय से जर्जर पुल ओवरलोड़ मौरंग भरे वाहनों के भरभरा कर बैठ गया जिससे पूरा दिन बड़ी गाड़ियों का आवागमन बाधित रहा।
गैर जनपद बांदा के मरका खादर के खंड १ गाटा संख्या ९६/२ में एसबी कैटरिंग सर्विस संचालन टीम के द्वारा मौरंग खदान में जमकर अमितताएं चल रही है , मौके पर से ओवरलोड़ मौरंग भरे वाहनों को बेरोकटोक असोथर नगर क्षेत्र गैर जनपदों के लिए बाहर निकाला जा रहा हैं .._
_लगभग एक दर्जन असलहा धारियों के बल पर रामनगर कौहन पुल से लेकर असोथर के सीमा तक लोकेशन देकर रात और सैकड़ों ओवरलोड़ मौरंग भरे ट्रक और डंपरों बड़े बड़े ओवरलोड ट्रैक्टर ट्रालियों को बिना रवन्ना के निकला जा रहा हैं , जिससे नवनिर्मित करोड़ों रुपए लागत से बनी सड़के तो ध्वस्त हो ही रही हैं साथ ही साथ नगरों को जोड़ने वालें पुल भी अब धंसने लगे हैं ।अगर कैनाल एक्ट के एरिगेशन मैनुअल ऑफ ऑर्डर के तहत बड़े भारी वाहन इन नहर पुलों से निकलना प्रतिबंधित है , कैनाल एक्ट 8 की सन 1973 की धारा 70 के अंतर्गत ग्राम संपर्क मार्ग में बने पुलों से भारी वाहनों बगैर परमिशन अनुमति के निकालना प्रतिबंधित है।
नतीजन 10 टन की भार क्षमता वालें नहर पुलों से 70 टन के बड़े बड़े ट्रेलर और ट्रक डंपरों ओवरलोड मौरंग भर कर रात दिन अनवरत निकल रहे हैं ।_
क्या असोथर क्षेत्र में इस मनमानी ओवरलोडिंग पर रोक लगाना जिला प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो रही हैं।