महाविद्यालय में आचार्य चरक वानस्पतिक वाटिका की हुई स्थापना
फतेहपुर।महाविद्यालय के वनस्पति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष रमेश सिंह के कुशल नेतृत्व में प्राचार्य प्रो0 गुलशन सक्सेना के संकल्प को पूरित करने हेतु परिसर में भारत के प्राचीन आयुर्वेदाचार्य चरक के नाम से एक वानस्पतिक उद्यान/वाटिका की स्थापना महाविद्यालय परिसर में हुयी। इस वानस्पतिक उद्यान का उद्घाटन महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो0 गुलशन सक्सेना द्वारा सर्पगंधा नामक औषधीय पौधा लगाकर की गयी। वानस्पतिक उद्यान में वनस्पति विज्ञान विभाग की समस्त छात्राओं को विभागाध्यक्ष रमेश सिंह द्वारा आवंटित औषधीय, सजावटी व फूलदार पौधों का रोपण सामूहिक रूप से सम्पन्न हुआ। इसके साथ-साथ छात्राओं को जिम्मेदारी भी दी गयी की वे अपने द्वारा रोपित पौधे का प्रतिदिन महाविद्यालय में आने पर उनकी देखभाल करेंगी। वानस्पतिक उद्यान में आज लगभग 200 पौधों का रोपण सामूहिक रूप से विभाग की छात्राओं, समस्त प्राध्यापकों व कर्मचारियों द्वारा एक साथ किया गया। इस अवसर पर वनस्पति विज्ञान के प्राध्यापक/विभाग प्रभारी रमेश सिंह ने औषधीय पौधों व उनके महत्व पर प्रकाश डालते हुये समस्त छात्राओं को अवगत कराया। छात्राओं ने अपने द्वारा रोपित पौधे के वैज्ञानिक नाम, स्थानीय नाम, फैमिली व उनके गुण से सम्बन्धित नाम पट्टिका भी लगायी। इस अवसर पर मुख्य रूप से सर्पगंधा, अश्वगंधा, पत्थरचटा, अजवाईन, घृतकुमारी, लेमन ग्रास आदि औषधीय पौधों व साइकस, साल्विया, गुड़हल, बोनसाई, फर्न, गुलाब, गुलदाउदी डहेलिया, गेंदा आदि शोभाकारी या सजावटी/पुष्पीय पौधों का रोपण किया गया। इस वानस्पतिक उद्यान को तैयार करने व पौधरोपण कराने में महाविद्यालय की एन0सी0सी0, एन0एस0 एस0 व रोवर्स रेंजर्स की छात्राओं ने अपने प्रभारी प्राध्यापकों के निर्देशन में अमूल्य योगदान दिया।
इस अवसर पर समस्त महाविद्यालय परिवार ने उपस्थित रहकर छात्राओं को पौधरोपण कराने में दिशा निर्देश देते हुए कार्य को सम्पन्न कराने में सहयोग किया।