नई दिल्ली।
दक्षिणी पश्चिमी दिल्ली के डीएम राहुल सिंह ने रविवार को कहा कि एक ही बिल्डिंग में जो 41 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, वह सभी एक ही टॉयलेट का इस्तेमाल कर रहे थे. दरअसल, घनी आबादी वाले इस इलाके में छोटे- छोटे मकान हैं, जिसमें काफी संख्या में लोग रहते हैं.
कापसहेड़ा में एक ही बिल्डिंग में 41 लोग मिले कोरोना पॉजिटिवघनी आबादी की वजह से नहीं हो रहा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन
देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है. दक्षिणी पश्चिमी दिल्ली के कापसहेड़ा इलाके में शनिवार को एक ही बिल्डिंग के 41 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. कापसहेड़ा इलाके की 'ठेके वाली गली' में एक ही बिल्डिंग में पाए गए 41 कोरोना मरीजों के पीछे कहीं ना कहीं घनी आबादी को जिम्मेदार बताया जा रहा है.
दक्षिणी पश्चिमी दिल्ली के डीएम राहुल सिंह ने रविवार को कहा कि एक ही बिल्डिंग में जो 41 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, वह सभी एक ही टॉयलेट का इस्तेमाल कर रहे थे. दरअसल, घनी आबादी वाले इस इलाके में छोटे- छोटे मकान हैं, जिसमें काफी संख्या में लोग रहते हैं.
दिल्ली के कापसहेड़ा में कोरोना का कहर, एक ही बिल्डिंग के 41 लोग पॉजिटिव
डीएम के मुताबिक जिस बिल्डिंग में 41 कोरोना मरीज पाए गए हैं, वहां करीब 200 लोग रहते हैं. छोटे मकान और घनी आबादी की वजह से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न के बराबर था. वहीं, उन्होंने यह भी कहा कि जो 41 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, उनका आज फिर टेस्ट होगा. इसके अलावा कापसहेड़ा इलाके में और कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने का भी अंदेशा है.
दिल्ली सरकार ने उठाया बड़ा कदम
कापसहेड़ा में कोरोना टेस्ट रिपोर्ट देरी से आने के बाद दिल्ली सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. दिल्ली सरकार अब दिल्ली की प्राइवेट लैब में जांच के लिए सैंपल भेजेगी. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में कोरोना की टेस्ट रिपोर्ट के लिए 24 से 36 घंटे का टाइम तय किया गया है. उन्होंने कहा कि नोएडा की एक लैब में सैंपल भेजने के बाद 10 से 11 दिन बाद कापसहेड़ा के लोगों की रिपोर्ट आई थी.