फतेहपुर ।
45 दिन के लाकडाउन के बाद भले ही बाजार में जरूरत के सामानों की दुकानें न खुली हों लेकिन शराब की दुकानें खुलने के बाद सुरा प्रेमियों की बांछें खुल गई हैं। अन्दाजा इससे लगाया जा सकता है कि ठेकों के खुलते ही लोग टूट पड़े और कुछ ही घंटे में देशी शराब जिले के ठेकों से खत्म कर दी। अब देशी शराब न मिलने से आबकारी विभाग भी हैरत में है और जल्द ही उपलब्ध कराने की बात कर रहा है।
लाकडाउन के करीब डेढ़ माह बाद चार मई को शराब की दुकानों को खोलने की अनुमति दे दी है। पहले दिन शराब के प्रेमियों ने जमकर शराब की खरीदारी की। लेकिन जिले में देशी शराब का स्टाक पहले ही दिन पूरी तरह से खत्म कर दिया। बता दें कि 24 मार्च को लाकडाउन के पहले आबकारी कार्यालय में देशी शराब का स्टाक आने वाला था लेकिन लाकडाउन के कारण हर ओर रोक लग गई। उधर ठेकों में मौजूद देशी शराब को सेल्समैन इधर-उधर से बेचते रहे जिससे देशी शराब की खपत लाकडाउन के दौरान अधिक हो गई। आबकारी अधिकारी के मुताबिक जिले में अंग्रेजी शराब और बीयर का स्टाक भरपूर है लेकिन देशी शराब पूरी तरह से खत्म हो चुकी है। सबसे अधिक देशी शराब की मांग हो रही है। उन्होंने बताया कि जहां अभी तक शराब बनने का काम हो रहा था वहां कोरोना के कारण सेनेटाइजर बनाने का काम शुरू हो गया था जिस कारण कहीं भी देशी शराब का स्टाक नहीं है। देशी शराब के शौकीनों को अभी दो-तीन दिन और इंतजार करना पड़ेगा।