जिम्मेदार अधिकारियों को सूचना देने की जगह कर रहे वोटों की राजनीति
हुसैनगंज (फतेहपुर)।
कोरोना वायरस महामारी के चलते गैर प्रांतों में फंसे श्रमिकों का पैदल, सड़क, रेलवे ट्रैक व अन्य साधनों से गांव की ओर आना जारी है, लोगों को जैसे ही जिस तरह से साधन मिल पा रहा है उसे अपनी गांव की ओर जाने की ललक दिखाई दे रही है। इसमें केंद्र व प्रदेश सरकार भी गैर प्रांतों में फंसे हुए श्रमिकों को लाने के लिए कई स्पेशल श्रमिक ट्रेनें लगाई हैं। लेकिन सवाल यह उठ रहा है कि जो लोग चोरी-छिपे पैदल गांव आ रहे हैं। और वह चोरी-छिपे अपने घरों में रह रहे हैं, प्रधान को जानकारी होते हुए भी वह अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रहे हैं, पूरे देश में वायरस महामारी के इस संकट में गांव के प्रधान अपनी वोटों की राजनीति चमका रहे हैं। इसी के चलते विगत दिनों बिंदकी क्षेत्र के नया पुरवा गांव में कोरोना पीड़ित युवक मिला, जो करीब 8 दिन से अपने घर में रह रहा था, और वह गांव के कई लोगों के संपर्क में भी आया मामले की छानबीन जिला प्रशासन कर रहा है। लेकिन इसके बावजूद भी हुसैनगंज क्षेत्र के कई ग्राम पंचायतों के प्रधान अपनी जिम्मेदारी का निर्वाहन नहीं कर रहे हैं, गत दिनों कस्बा हुसैनगंज, हैबतपुर, नया पुरवा मजरे महादेवपुर, नरौली बुजुर्ग, बरोहा, सहित कई अन्य गांव में लोग पलायन करके आए हुए हैं, और अपने घरों में रह रहे हैं, ग्रामीणों का कहना है ना तो उनकी जांच कराई गई और ना ही उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर में भेजा गया। ऐसी हालत में कोरोना वायरस महामारी को बढ़ावा मिलता दिखाई दे रहा है, जबकि ग्राम प्रधान के अलावा आम जनता को भी शासन जिला प्रशासन ने बाहर से आए हुए लोगों को सूचना देने के लिए पहले से ही जागरूक किया है लेकिन लोग अपनी जिम्मेदारी नहीं समझ रहे हैं। एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं,
गैर प्रांत से गांव में आ रहे श्रमिक, चोरी छुपे रह रहे है लोग