फतेहपुर ।
मां-बाप के बीच पनपे विवाद का दंश एक मासूम बच्चे को झेलना पड़ा। कुछ दिन पूर्व हुए विवाद के बाद महिला बच्चे को लेकर मायके चली गई, जहां से बहाने से पति अपना बच्चा अपने साथ घर ले गया। मामला थाने पहुंचा तो पुलिस ने दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर समझौता कराया और पांच वर्ष तक के लिए बच्चे को उसकी मां को सौंप दिया गया।
किशनपुर थाना क्षेत्र के मझगवा गांव निवासी राम सिंह की शादी दो वर्ष पूर्व 27 जून को पड़ोसी गांव जलंधरपुर में आरती के साथ हुई थी। आरती ने आठ माह पूर्व बेटे को जन्म दिया। बताया जा रहा है कि प्रसव आपरेशन से हुआ था, जिसमें आरती के पिता बृजलाल ने लाखों रुपए खर्च कर दिए थे। जिसके 8 माह बाद पैसा ना देने पर आरती के पिता बृजलाल निषाद ने अपनी पुत्री आरती को ससुराल भेजने से इंकार कर दिया। आरती ने खुद पति को छोड़ने का निर्णय कर लिया, जिसके बाद राम सिंह अपनी ससुराल पहुंचा और आठ माह के बच्चे को दुलराते खिलाते अपने घर उठा ले गए। जिसके बाद बच्चे की मां आरती ने किशनपुर थाना में तहरीर देकर पति के खिलाफ बच्चा चोरी करने का आरोप लगाया। इसके बाद बच्चा लेकर पिता थाने पहुंचा और बच्चा ना देने की जिद पर अड़ गया। बहुत समझाने बुझाने के बाद किशनपुर थाना अध्यक्ष रामकिशोर यादव ने बच्चे को पांच वर्ष तक के लिए मां के पास रहने के निर्देश दिया, जिस पर दोनों पक्ष राजी हो गए और बच्चे को मां के पास छोड़ दिया गया।