-जनसेवक जिएंगें तो बिन्दकी की जनता जनार्दन के साथ, ऐसे जीना भी क्या
गिरिराज शुक्ला
बिंदकी फतेहपुर
जनता से दूरी अब सही नहीं जाती है।मैं बिन्दकी फतेहपुर के लोगों के बिना नहीं रह सकता हूं उनसे मिलकर ही मुझे सन्तोष मिलता है, सुख मिलता है।मैंने इतना लंबा समय आज तक अपनी जनता से दूर रहकर कभी नहीं व्यतीत किया है।विधायक मंत्री होने पर भी जनता के बीच रहा। मुझे इस बात का किसी भी प्रकार से कष्ट नहीं है कि मैं कानपुर में हूं।लेकिन मै फतेहपुर वासियों से मिले बगैर नहीं रह सकता हूं।नियमों का पालन करना है।अनुशासन में रहना है और किसी को भी बाहर नहीं निकलना है उक्त अपील के साथ पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री अमरजीत सिंह जनसेवक जी की एक वॉइस रिकॉर्डिंग वायरल हुई है। जिसमे वह जनता के प्रति अपना प्रेम बता रहे है।उन्होने प्रेम क्या होता है और प्रेम मे कैसे व्यक्ति आत्मविभोर हो जाता है को लेकर बाते किया है।बार बार विह्ववल हो रहे जनसेवक डीएम संजीव सिंह को कई बार पत्र लिखकर जनता से मिलने की अनुमति माग चुके है।डीएम ने उन्हे उम्र का तकाजा देकर घर मे रहने की अपील किया है।
जनसेवक जी ने नई सोच से बात मे बताया की जब हौसला हो तो उम्र मौन हो जाती है।उन्होने कहा की मेरी उम्र अधिक है लेकिन हौसला अभी भी कम नही है।मेरा जनता से प्रेम है की मै उनके बगैर नही रह सकता हू।
उन्होने बताया 30 दिनो से दिमंजिला से नीचे नही उतरा हू।लाकडाउन की पाबंदियो मुझे बाध नही सकती किन्तु मै अनुशाशन से बाहर नही जा सकता हू।मुझे अनुमति नही मिले कोई बात नही पर मै सम्पर्क के माध्यम से जनता के दिलो मे हू और जनता मुझे अपना प्रेम देती रहेगी।
उन्होने कहा की सब लोग घरो मे रहे।लाकडाउन 3 मे भी हौसला कम नही होना चाहिए।गरीबो,मजदूरो की सेवा कर्म मे डटे रहे।कोरोना हारेगा हम जीतेगे।डीएम संजीव सिंह का नेत्रत्व बहुत अच्छा है।हम सबको प्रशासन का साथ देना है।अपने बचाव के लिये सुरक्षित रहने के लिये नियम पालन करे।