एक तो वैसे ही विराट कोहली बहुत कम गेंदबाजी करते हैं, ऊपर से अगर उनके ओवर की कोई बल्लेबाज धज्जियां उड़ा दे तो उनकी गेंदबाजी की क्षमता पर सवाल खड़े हो जाते हैं। हालांकि, विराट कोहली अपनी गेंदबाजी के लिए नहीं, बल्कि बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं। साल 2012 में एक आइपीएल मैच में ऐसा ही हुआ था जब चेन्नई सुपर किंग्स के एक बल्लेबाज ने उनके एक ही ओवर में 28 रन ठोक दिए थे।
जी हां, विराट कोहली को आरसीबी के कप्तान डेनियल विटोरी ने उस समय ओवर थमाया था जब एक लीग मैच को जीतने के लिए चेन्नई सुपर किंग्स को 12 गेंदों में 43 रनों की जरूरत थी। विराट कोहली ने साउथ अफ्रीकी ऑलराउंडर एल्बी मोर्केल के सामने पहली गेंद की तो उस पर इनसाइड एज लगकर चौका चला गया। इसके बाद लगातार उनके ओवर की पिटाई हुई और विराट कोहली ने कुल 28 रन अपने ओवर में लुटा दिए।
महज 6 गेंदों में 28 रन बनाकर एल्बी मोर्केल ने मैच का पासा पलट दिया था और सीएसके ने 206 रन का टारगेट चेज करते हुए ये मैच जीत लिया था। अब इसी वाकये को याद करते हुए एल्बी मोर्केल ने सीएसके के यूट्यूब चैनल से बात करते हुए कहा है कि उन्हें नहीं पता था कि RCB के कप्तान डेनियल विटोरी ने 19वें ओवर में कोहली को क्यों चुना, जब 43 रन 2 ओवर में चाहिए थे। उन्होंने कहा, "देखो, ये उनमें से एक शाम थी जब हम मैच से बाहर थे।"
एल्बी मोर्केल ने कहा है, "आरसीबी के पास वो मैच जीतने का मौका था और मैच उनकी मुट्ठी में था। मुझे अंदाजा नहीं था कि उन्होंने विराट को क्यों गेंदबाजी करने के लिए कहा। उसके प्रति सम्मान के कारण, मैं ये कह सकता हूं कि उनको ये ओवर नहीं कराना चाहिए था। हमने 18 वें ओवर की आखिरी गेंद पर एक विकेट गंवाया था। 19वां और 20वां ओवर बाकी था। हमें 2 ओवर से 43 रन चाहिए थे। मैं नंबर 7 पर बल्लेबाजी करने गया था।"
उन्होंने कहा है,"जब आप ऐसी स्थिति में स्कोरबोर्ड की तरफ देखते हैं तो कहते हैं कि आपको ऐसा लगेगा कि ओह नहीं 2 ओवर में 40 से ज्यादा रन संभव नहीं हैं। आप मैदान पर जाते हैं और देखते हैं कि विराट गेंदबाजी करेगा, तो मैंने सोचा था कि अगर मैंने कुछ गेंदों को हिट कर दिया तो हम स्कोर के पास पहुंच सकते हैं।" यही हुआ। मोर्केल ने पहली गेंद पर चौका, दूसरी पर छक्का, तीसरी पर चौका, चौथी पर छ्क्का, पांचवीं पर दो रन और फिर आखिरी पर छक्का जड़ा था।