भारत और रूस अन्य देशों में भी देंगे BrahMos मिसाइल, फिलीपींस से होगी शुरुआत!

नई दिल्ली, भारत और रूस का रिश्ता काफी पुराना है और मौके-मौके पर इस मजबूत रिश्ते का परिणाम भी देखने को मिलता रहा है। अब एक बार फिर दोनों देशों के संबंधों पर बात करते हुए भारत में रूस के राजदूत रोमन बाबुशकिन ने कहा कि रूस-भारत संबंध बड़े आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा, 'भारत के साथ रूस का रक्षा सहयोग किसी भी प्रतिबंध से ऊपर है। रूस-भारत संबंध बड़े आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहे हैं। हम अमेरिका और अन्य देशों के साथ भारत के संबंधों को करीब से देख रहे हैं।' इसके अलावा उन्होंने किसी तीसरे देश को लेकर भी BrahMos मिसाइल के संदर्भ में बड़ी बात कही है।



























उन्होंने कहा कि भारत और रूस फिलीपींस और कई अन्य देशों के लिए ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का निर्यात करने की योजना बना रहे हैं। ब्रह्मोस मिसाइल एक इंडो-रूसी संयुक्त उद्यम द्वारा निर्मित है और इसे पनडुब्बियों, जहाजों, विमानों या भूमि प्लेटफार्मों से लॉन्च किया जा सकता है। भारत में रूसी दूतावास के उप प्रमुख, बाबुशकिन ने दक्षिण पूर्व एशिया को ब्रह्मोस के निर्यात पर कहा, 'हम तीसरे विश्व देशों के साथ सहयोग के बारे में बात कर रहे हैं। अधिक परामर्श की आवश्यकता है और इसमें समय लगेगा। हम न केवल दक्षिण पूर्व एशियाई देशों बल्कि फिलीपींस जैसे देशों के साथ भी बातचीत कर रहे हैं।' उन्होंने कहा कि हमारे पास कोई विशेष आरक्षण नहीं है लेकिन हमें सभी बारीकियों को ध्यान में रखना चाहिए। रक्षा सहयोग रणनीतिक साझेदारी और आपसी विश्वास में होता है।


इसके अलावा उन्होंने भारत और रूस के संबंधों पर भी बड़ी बात कही। बाबुशकिन ने कहा, 'भारत के अन्य देशों से उसके संबंधों का असर रूसी हितों पर नहीं पड़ेगा। भारतीय दोस्तों की विश्वसनीयता पर कोई संदेह नहीं है।'  वहीं, उन्होंने SCO में उठाए गए द्विपक्षीय मुद्दों पर भी बात की। 


बाबुशकिन ने कहा, 'हमने सभी सदस्यों से कहा कि बहुपक्षीय मंचों की प्रगति के लिए इसे टाला जाना चाहिए। SCO वैश्विक, बहुपक्षीय, वित्तीय मुद्दों को हल करने के लिए है। हमें उम्मीद है कि ऐसी घटनाएं नहीं होंगी।'


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