करोड़ों रुपयो की लागत से बनी सड़क जलकर विभाग की लापरवाही से जर्जर

 करोड़ों रुपयो की लागत से बनी सड़क जलकर विभाग की लापरवाही से जर्जर


सड़क गड्ढों में तब्दील

भारी वाहनों का निकलना मुश्किल जान जोखिम में डाल रहे भार वाहन

गिरिराज शुक्ला

तहसील मुख्यालय से लगभग 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित प्राचीन नगरी खजुहा अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही के कारण आज यह प्राचीन नगरी अपना इतिहास खोने को मजबूर दिख रहा है।

यहां कभी तहसील हुआ करती थी राजा रजवाडो का गढ था । परंतु आज यह कस्बा अपनी दुर्दशा को देखकर आंसू बहाने को मजबूर है जबकि जनपद में भाजपा के कई मंत्री तथा सभी विधायक हैं उनकी सत्ता है फिर भी यह कस्बा अपनी पहचान होने को मजबूर है जर्जर सड़कें गड्ढों में तब्दील हो गई हैं जलकर विभाग की लापरवाही के कारण लीकेज पाइप का पानी सड़कों पर फैल रहा है जिससे सड़कें गड्ढों में तब्दील हो गई है परंतु जिम्मेदार अधिकारी कुंभकरणी की नींद में सोए हुए हैं। कहीं बार गड्ढों में तब्दील सड़कों के कारण बड़े हादसे होने से बचे हैं छोटे-मोटे तो रोज होते ही रहते हैं। नगर के संभ्रांत नागरिकों का कहना है कि कई बार जलकल विभाग से कहा गया परंतु सुनवाई नहीं हुई अगर यह जर्जर सड़कें जल्द नहीं बनवाई गई तो हम सभी आमरण अनशन पर बैठ कर धरना देंगे जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी प्रशासनिक अधिकारियों की होगी।

टिप्पणियाँ