वाटर एड इण्डिया के तहत अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर अयोजित सम्मान समारोह आयोजित

 वाटर एड इण्डिया के तहत अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर अयोजित सम्मान समारोह आयोजित



फतेहपुर।वाटर एड इण्डिया के तहत चलाये जा रहे सेव ड्रिकिंग वाटर इन कम्युनिटीज स्कूल एण्ड रूरल चाईल्ड हैल्थ केयर सेन्टर इन फतेहपुर कार्यक्रम के अर्न्तगत अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस 08 मार्च के अवसार पर उल्लेखनीय कार्य पर सम्मान समारोह का आयोजन गॉधी सभागार मे जिलाधिकारी के नेतृत्व मे किया गया। जिसमे सर्व प्रथम वाटर इण्डिया की प्रशंसा कर सभी उपस्थित उल्लेखनीय कार्य करने वाले प्रतिभागियों का स्वागत परिचय कराया तत्यपश्चात महिला प्रतिभगियों के द्वारा किये गये उल्लेखनीय कार्य का प्रस्तुत किया गया साथ ही उन्होनें कहा कि घर सिर्फ दीवारों और साज़-सामान से नहीं बनताए बल्कि घर औरत से मुकम्मल होता है। महिलाएं घर परिवार का

अहम हिस्सा होती है। लड़की मां-बाप के घर में बेटी बनकर पैदा लेती है तो घर की रौनक

बनती हैं। पति के घर जाती है तो उसकी जिंदगी और उसके घर को रौशन करती है। जिस

घर में औरत का वास नहीं वो घर बेहद सूना और खालीपन से भरा होता है। हर लड़की मांए

बहन और बेटी के रूप में पहले अपने बाप के घर की रौनक बनती है फिर अपने पति के घर

की रौनक बनती है। महिलाएं समाज और घर का अहम हिस्सा है इसलिए उनका सम्मान भी

जरूरी है। महिलाओं के अदृश्य संघर्ष को सलाम करने के लिए उनके सम्मान में, उन्हें समान

अधिकार और सम्मान दिलाने के उद्देश्य के साथ अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाने के लिए

कई जायज कारण हैं। महिला/स्त्री/नारी/औरत शब्द कुछ भी हो, मां/बहन/बेटी/पत्नी रिश्ता कोई भी हो वे हर जगह सम्मान की हकदार चाहे वह शिक्षक/वकील/डॉक्टर/पत्रकार/सैनिक/सरकारी कर्मी/इंजीनियर जैसे किसी पेशे में हों या फिर गृहिणी ही क्यों न होंए समानता का अधिकार उन्हें भी उतना ही हैए जितना की पुरुषों का है।आधी आबादी के तौर पर महिलाएं हमारे समाज -जीवन का एक मजबूत आधार है।

महिलाओं के बिना इस दुनिया की कल्पना करना ही असंभव है। कई बार महिलाओं के साथ

पेशेवर जिंदगी में भेदभाव होता है। घर-परिवार में भी कई दफा उन्हें समान हक और सम्मान

नहीं मिल पाता है। फिर वे जूझती हैं। संघर्ष कर करती हैं और इस दुनिया को खूबसूरत

बनाने में उनका ही सर्वाधिक योगदान है। लेकिनए इस बार कोरोना महामारी के दौर

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन महिलाओं के नेतृत्व को एक पहचान और सम्मान देने का

वक्त है। बीते साल वैश्विक संक्रामक महामारी कोविड-19 के कहर से पूरी दुनिया प्रभावित हुई है। इस महामारी के दौर में कोरोना योद्धाओं ने अग्रिम पंक्ति में खड़े रहकर मानवीय सेवा

की मिसाल भी पेश की। इन कोरोना योद्धाओं में कई महिलाओं ने आगे बढ़कर अग्रिम मोर्चे पर सेवाएं दी और अपनी नेतृत्व क्षमता का लोहा मनवाया। वाटर एड इण्डिया की ओर से इस

बार अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की थीम को महिलाओं के नेतृत्व को समर्पित किया है। इसके

वाद सभी उपस्थित प्रतिभागियों को जिलाधिकारी द्वारा 11 महिला प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया जिससे गाँव की अन्य महिलाओं को प्रेरणा मिल सके। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी फतेहपुर,एड इण्डिया से प्रशंसा गुप्ता,दयालीप्रसाद,पंकजकुमार,कृष्णकुमार,लालतीदेवी,मनीषादेवी,राजकुमारी,प्रीति,वर्षादेवी, अनीता,चन्द्ररेखा,,रीनादेवी,पिंकीदेवी आदि उपस्थित रहे

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