गर्भवती महिलाओं व छोटे बच्चों को गुलाबी गैंग लोकतान्त्रिक अध्यक्ष हेमलता पटेल के संरक्षण में वितरित किये घी व दूध के पैकेट

 गर्भवती महिलाओं व छोटे बच्चों को गुलाबी गैंग लोकतान्त्रिक अध्यक्ष हेमलता पटेल के संरक्षण में  वितरित किये घी व दूध के पैकेट 



फतेहपुर।ब्लाक बहुआ की ग्राम पंचायत सुजानपुर के मजरे लोधनपुर में स्थित प्राइमरी स्कूल में समूह की महिलाओं व आँगनबाड़ी कार्यकत्रियों के साथ वितरण कार्य हुआ संपन्न।अपनी ग्राम प्रधानी कार्यकाल के दौरान गुलाबी गैंग लोकतान्त्रिक अध्यक्ष नें इस प्राइमरी स्कूल का कराया था निर्माण।

गांव में प्राइमरी स्कूल  ना बना होने से  जिन बच्चों को पहले तीन किलोमीटर पैदल चल कर जाना पड़ता था स्कूल, आज वो गाँव में ही स्थित प्राइमरी स्कूल में  कर पा रहे हैं शिक्षा ग्रहण।

गुलाबी गैंग लोकतान्त्रिक अध्यक्ष हेमलता पटेल सुजानपुर ग्राम पंचायत की 2010 से 2015 के तक रही हैं ग्राम प्रधान  2015 में गाँव में आयी थी एस.सी सीट।जिस कारण से हेमलता पटेल नें नहीं लड़ा था चुनाव। इस बार ग्राम प्रधान सीट व जिलापंचायत क्षेत्र आयाह इन दोनों जगहों में आयी है ओबीसी महिला सीट अतः गांव व क्षेत्र के लोग समाजहित हेतु सदैव संघर्षरत रहने वाली  तेज तर्रार, कर्मठ, साहसी,महिला सामाज सेविका के रूप में अध्यक्ष हेमलता पटेल से चुनाव लड़ने हेतु कर रहे हैं आग्रह, जिस पर  फिलहाल चुनाव लड़ने हेतु क्या होगा फ़ाइनल निर्णय इस पर हो रहा है विचार विमर्श।ग्राम प्रधानी कार्यकाल के दौरान शिक्षा के क्षेत्र में हेमलता पटेल नें कराये हैं कई बड़े कार्य जिसमें प्रमुख रूप से एक राजकीय महिला डिग्री कालेज , एक आवासीय इंटरमीडिएट स्तरीय  मॉडल स्कूल व एक प्राइमरी स्कूल का निर्माण कराना हेमलता पटेल के संघर्ष की हैं बड़ी उपलब्धियां ।शुक्रवार को लोधनपुर मजरे सुजानपुर स्थित प्राइमरी स्कूल में देशी घी व दूध के सूखे पाउडर पैकेट का वितरण कार्य इस  स्कूल की आधारशिला रखने वाली  गुलाबी गैंग लोकतान्त्रिक अध्यक्ष व पूर्व प्रधान हेमलता पटेल के संरक्षण में हुआ। गर्भवती महिलाओं व  छोटे बच्चों की उपस्थित लाभार्थी संख्या लगभग आधा सैकडा रही। हेमलता पटेल नें कहा कि गर्भवती महिलाओं व बच्चों को आज पुष्टाहार वितरण का कार्य लोधनपुर प्राइमरी स्कूल में संपन्न हुआ ।सुजानपुर(बहुआ देहात) ग्राम पंचायत का लोधनपुर मजरा  है | इस गाँव में  प्राथमिक विद्यालय नहीं बना था जिस कारण से बच्चों को 3 किलोमीटर दूर पढ़ने जाना पड़ता था और कुछ बच्चे घर में ही बने रहते थे। आर्थिक स्तिथि कमजोर होने के कारण अभिभावकों को बच्चों की पढ़ाई करा पाना मुश्किल हो रहा था परन्तु अपनी ग्राम प्रधानी कार्यकाल के दौरान हमने बहुत संघर्ष व भाग दौड़ करने के पश्चात हमें अंततः सफलता मिली और हम विद्यालय बनवाने में कामयाब हुये।आज गाँव में खुशी का महौल है ।सभी बच्चे शिक्षित हो रहे हैं  छोटे - छोटे बच्चों को पैदल कई किलोमीटर पैदल चल कर  विद्यालय नहीं आना पड़ रहा है और न ही अशिक्षित रहने की मजबूरी है ।इसके अलवा हमने राजकीय महिला डिग्री कालेज व आवासीय मॉडल स्कूल का निर्माण कार्य भी कराया है ।डिग्री कालेज, इंटर कालेज बनवाना एक प्रधान के कार्यक्षेत्र से बाहर होता हैं फिर भी हमनें भागदौड़ करके इस काम को मुमकिन किया जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में भी  शिक्षा को बढ़ावा मिले।

पुष्टाहार वितरण के दौरान ममता देवी, सुनीता, कमला, रामरती, छोटकी, विजमा, माधुरी, सीमा, गीता, शहरुन,  सुरेंद्र गुप्ता, राम सिंह, अमर सिंह आदि लोग मौजूद रहे।

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