डेंगू को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं जांच किट व दवाएं दो माह में अब तक मिले 75 मरीज, 65 पूरी तरह स्वस्थ
संवाददाता बाँदा।स्वास्थ्य विभाग की टीम सैंपल लेने के साथ कर रही जागरूक जनपद में डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट है। मेडिकल कालेज व जिला अस्पताल में अलग से डेंगू वार्ड बनाये गए हैं। डेंगू जांच के लिए 296 एनएस-1 किट तथा पर्याप्त मात्रा में दवाएं उपलब्ध हैं। इसी के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम ब्लड सैंपलिंग व जांच में जुटी हुई हैं। पिछले दो माह में जनपद में 75 डेंगू केस मिले हैं। इसमें 65 स्वस्थ हो चुके हैं। मेडिकल कालेज में सात और जिला अस्पताल में तीन मरीजों का इलाज चल रहा है।
बीते माह बारिश से शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक में जगह-जगह जलभराव की स्थिति बनने से मच्छर जनित बीमारियों के बढ़ने की संभावना बनी हुई है। अस्पतालों में वायरल बुखार के साथ डेंगू के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। डेंगू से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयारियों में जुट गया है। जिला अस्पताल में दस बेड का डेंगू वार्ड तैयार है। वार्ड की खिड़कियां व दरवाजे कांच व जालियों से सुरक्षित हैं। इसके साथ ही मरीजों को मच्छरों से बचाव के लिए मच्छरदानी की सुविधा भी है। मेडिकल कालेज में भी डेंगू वार्ड तैयार हैं। मरीज बढ़ने पर कोविड वार्ड में डेंगू मरीज को भर्ती कर इलाज की तैयारी है। अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में दवाइयों की व्यवस्था है।
जिला मलेरिया अधिकारी पूजा अहिरवार ने बताया कि पिछले दो माह में जनपद में डेंगू के केस बढ़े हैं। जांच में 75 मरीज डेंगू के पाए गए हैं। जहां डेंगू केस मिले हैं वहां स्वास्थ्य टीम परिवार व पड़ोसियों के भी सैंपल ले रही है। डेंगू व मलेरिया और मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम को लेकर जलभराव में लार्वी साइट दवा का छिड़काव किया जा रहा है। इसके साथ ही बीमारियों से बचाव के लिए भी जागरूक किया जा रहा है। बुखार आने पर स्वास्थ्य जाकर जांच कराने की सलाह दी जा रही है।
बुखार के साथ दो लक्षण मिलने पर हो सकता है डेंगू की
डेंगू में 104 फारेनहाइट डिग्री का बुखार होता है, जिसके साथ इनमें से कम से कम दो लक्षण होते हैं। जैसे- सिर दर्द, मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों में दर्द, जी मिचलाना, उल्टी लगना, आंखों के पीछे दर्द, ग्रंथियों में सूजन, त्वचा पर लाल चकत्ते होना।
डेंगू से बचने के उपाए
घर व आस पास के इलाकों में सम्पूर्ण स्वच्छता का ध्यान रखना रखें। पानी को किसी जगह इकठ्ठा न होने दें। जिन बर्तनों का लंबे समय तक इस्तेमाल नहीं होना हो उनमें रखे हुए पानी को नियमित रूप से बदलते रहें। मेनहोल, सेप्टिक टैंक, रुकी हुई नालियां और कुएं आदि जगहों को नियमित रूप से चेक करते रहें। मच्छर मारने वाली मशीन और जाली का उपयोग करें।