मलाका ग्राम सभा के प्राथमिक व जूनियर विद्यालय के अध्यापकों की लापरवाही आई सामने

 मलाका ग्राम सभा के प्राथमिक व जूनियर विद्यालय के अध्यापकों की लापरवाही आई सामने



बच्चों तथा अभिभावक से अभद्रता से बात करती है सहायक अध्यापक शालिनी


उच्चाधिकारियों से जनसंपर्क होने का फायदा उठाती हैं सहायक अध्यापिका


फतेहपुर।उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्राथमिक शिक्षा व माध्यमिक शिक्षा केंद्र का प्रातः काल का 9:00 समय निर्धारित किया है कि विद्यालय 9:00 बजे खोला जाएगा और उसके बाद प्रार्थना करवा कर बच्चों को शिक्षा ग्रहण कराने का काम किया जाएगा वही जनपद के भिटौरा ब्लाक के ग्राम सभा मलाका में प्राथमिक शिक्षा केंद्र व माध्यमिक शिक्षा केंद्र के खुलने का समय 10:00 का होता है वही आज ग्रामीणों की सूचना पर पहुंचे संवाददाता ने अपने कैमरे में कैद किया कि 9:30 बजे तक विद्यालय में ताला बंद पाया गया और विद्यालय के बाहर खड़े बच्चों ने भी बताया कि प्रतिदिन 9:30 से 10:00 के बीच में विद्यालय का ताला खोला जाता है क्योंकि विद्यालय में आने वाली टीचर का समय ही 9:30 से 10:00 का है तो फिर समय से विद्यालय कैसे खुल पाएगा हालांकि विद्यालय के बच्चे अपने समय से ही विद्यालय की बाहर उपस्थित हो जाते हैं विद्यालय के ताला खुलने का इंतजार करते हैं कि आखिरकार कब टीचर आएंगे और ताला खोलेंगे और बच्चे विद्यालय के अंदर प्रवेश करेंगे वही प्राइमरी विद्यालय में तैनात सहायक अध्यापिका शालिनी को जब इस बात की भनक लगी कि संवाददाता ने विद्यालय में बच्चों से वार्ता कर विद्यालय देर से खुलने का कारण अपने कैमरे में कैद किया है तो वह इतना सुनते ही आग बबूला हो गई और विद्यालय देर से पहुंचने की बौखलाहट में उन्होंने अपना आपा खो दिया और बच्चों के साथ साथ संवाददाता के ऊपर अपशब्दों की बौछार करने लगी और उन्होंने बताया कि वह प्रतिदिन इसी समय विद्यालय आएंगी और उनका कोई कुछ भी नहीं बिगाड़ सकता क्योंकि उनके संबंध शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों से है अब सोचने वाली बात यह है कि बच्चों को शिक्षा देने वाली सहायक अध्यापिका ही जब अपना आपा खो बैठे गी तो फिर बच्चों को शिक्षा क्या देंगी यह तो बात रही सहायक अध्यापिका की परंतु सवाल यह खड़ा होता है कि जब विद्यालय के खुलने का समय प्रातः 9:00 बजे का है तो फिर टीचर अपनी मनमानी कैसे कर सकते हैं कहीं ना कहीं उच्च अधिकारी भी इस बात से अछूता नहीं क्योंकि अभी हाल ही में बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने मलाका ग्राम सभा के विद्यालय का निरीक्षण किया था और यही कमियां पाई गई थी कि विद्यालय समय से ना खोल आ जाना और टीचरों का बच्चों से अब शब्दों से बात करना इन सारी कमियों को लेकर उच्च अधिकारी ने सख्त चेतावनी भी दी थी परंतु ना तो विद्यालय सही समय पर खुल पा रहा है और ना ही टीचर के बाद करने का रवैया बदल पा रहा है अब देखना यह है कि क्या उच्च अधिकारी ऐसे लापरवाह सहायक अध्यापक व अध्यापकों के ऊपर कार्यवाही करेंगे या फिर मामले में लीपापोती कर मामले को दफन कर दिया जाएगा।

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