सुबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ का महिला उत्थान का सपना हो गया है चकनाचूर दलित महिला को कानूनगो ने अपशब्दों का प्रयोग किया है बेकसूर

 सुबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ का महिला उत्थान का सपना हो गया है चकनाचूर दलित महिला को कानूनगो ने अपशब्दों का प्रयोग किया है बेकसूर



अपशब्दों का प्रयोग करने का वीडियो वायरल होने के बाद किसके रहमों करम पर जिला प्रशासन कर रहा है बचाओ


फतेहपुर। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने अपना बड़ा फरमान जारी करते हुए लगातार यह कह रहे हैं कि यदि सरकारी कर्मचारी अथवा अधिकारी किसी का नाजायज उत्पीड़न करते नजर आ गए तो उनके खिलाफ निलंबन की कार्यवाही पूरी तरह से तय है। हैरत की बात तो यह है कि जनपद फतेहपुर के गाजीपुर थाना क्षेत्र के गोकन गांव में पुलिस अभिरक्षा के साथ मौके पर पैमाइश करने गए कानूनगो के साथ हल्का लेखपाल की मौजूदगी में क्षेत्रीय कानूनगो ने दलित महिला के साथ जिस प्रकार की अपशब्दों का प्रयोग करते हुए अनैतिक कार्य किया है उसके चलते सूबे के मुखिया की सरकार पूरी तरह से कलंकित हो रही है। मालूम रहे कि कानूनगो के द्वारा अपशब्दों का प्रयोग करने तथा हाथ पकड़कर घसीटने की शिकायत दलित महिला ने ईमानदार पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह से की थी। वायरल हुए वीडियो को देखने के बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक ने थाना अध्यक्ष गाजीपुर नीरज यादव को कड़ी चेतावनी देते हुए निर्देश देते हुए कहा है कि उपरोक्त घटना की बारीकी से जांच करके संबंधित लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर कार्यवाही करें। किंतु घटना के लगभग 5 दिन बीत जाने के बाद भी दबंग कानूनगो और लेखपाल के अलावा पैमाइश के दौरान मौजूद रहे हल्के के दो सिपाहियों के खिलाफ किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की गई। इससे साफ जाहिर होता है कि जिला प्रशासन दलित महिला के साथ अपशब्दों का प्रयोग करने वाले दबंग कानूनगो और लेखपाल के अलावा दोनों सिपाहियों को आरोप मुक्त करने का काम कर रही है।

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