हुसैनगंज थाने का आधारपुर गांव बना जुआरियों का अड्डा
माठाधीशो के संरक्षण में खिलाया जा रहा जंगल में लाखों का जुआ
कई महीनों से चल रहे जुए को पुलिस का प्राप्त है संरक्षण
जिले के कई इलाकों व आसपास के जनपदों से लग्जरी गाड़ियों में भरकर पहुंचते जुआरी
पुलिस की नाक के नीचे हो रहा बड़ा खेल, आखिर क्यों बनी है मूकदर्शक?
फतेहपुर। वैसे तो फतेहपुर जिला जुआरियों के लिए संरक्षण प्राप्त एवं सुरक्षित इलाका माना जाता रहा है। गंगा एवं यमुना के दोआबा में बसे फतेहपुर जनपद में बड़े पैमाने पर गंगा एवं यमुना इलाके में कटरी व जंगली क्षेत्र होने की वजह से यहां पर जुआ खेलने वालों को किसी भी तरह का भय उत्पन्न नहीं होता। अगर सूत्रों की माने तो हुसैनगंज थाना क्षेत्र का आधारपुर गांव इन दिनों खासा चर्चा का विषय बना हुआ है। यहां करीब 07 से 08 महीने गुजरने को है और लगातार बड़े पैमाने पर जुआ संचालित किया जा रहा है। बताते हैं कि फतेहपुर जनपद के कई इलाकों समेत आसपास जनपदों के खिलाड़ी भी यहां पर लग्जरी गाड़ियों से पहुंचते हैं। सूत्रों का तो यहां तक कहना है कि इतने लंबे समय से चल रहे जुए की फड़ को कहीं ना कहीं पुलिस एवं क्षेत्रीय मठाधीशो का संरक्षण प्राप्त है। 07 से 08 माह बीतने के बावजूद इतने बड़े पैमाने पर लाखों के चल रहे जुए पर अगर पुलिस की निगाह नहीं पहुंच रही जो क्षेत्र में खासा चर्चा का विषय है तो यह कहना लाजमी होगा कि कहीं न कहीं इसमें पुलिस की भूमिका संदिग्ध है और पुलिस के संरक्षण में ही इतना लंबा जुआ खिलाया जा रहा है। सूत्रों की माने तो इतनी बड़ी जुआ की फड़ को संचालित करने में फतेहपुर शहर के एक मोहल्ले का नामचीन व्यक्ति व आधारपुर गांव के ही कुछ दबंग किस्म के व्यक्ति शामिल है, जो इसे बकाया सेटिंग गेटिंग के साथ संचालित करा रहे हैं।