सुप्रीम कोर्ट और मुख्यमंत्री के निर्देशों की धज्जियां उड़ा रहा है एक मुरैन टोला का भ्रष्ट सिपाही

 सुप्रीम कोर्ट और मुख्यमंत्री के निर्देशों की धज्जियां उड़ा रहा है एक मुरैन टोला का भ्रष्ट सिपाही



कबाड़ियों से बांध रखी है माहवारी इसीलिए गैरकानूनी ढंग से काम करने वालों की नहीं होती है गिरफ्तारी


जो लोहा हजम कर जाए समझो कि उसका हाजमा है कितना दुरुस्त


फतेहपुर। देश के सर्वोच्च न्यायालय दिल्ली में ध्वनि प्रदूषण पर रोक करने के लिए प्रदेश सरकार को कड़ी चेतावनी देते हुए निर्देश दिया है कि ध्वनि प्रदूषण पर पूरी तरह से रोक लगाई जाए। सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर पालन करते हुए सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने सभी धर्मों के मानने वाले लोगों से अपील करते हुए कहा है कि ध्वनि प्रदूषण का उतना प्रयोग किया जाए जिससे आम लोगों को ऐतराज ना हो। सूबे के मुखिया के अपील का समूचे प्रदेश में असर नजर आता भले ही दिख रहा हो किंतु इस जनपद के शहर कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली मुरैन टोला पुलिस चौकी क्षेत्र पीरनपुर मोहल्ले में सुप्रीम कोर्ट और सूबे के मुखिया के निर्देशों की ध्वनि प्रदूषण करते हुए एक वर्ग विशेष के व्यक्ति द्वारा खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है। हैरत की बात तो यह है कि सुप्रीम कोर्ट और मुख्यमंत्री के द्वारा जारी की गई गाइड लाइनों के निर्देशों की मुरैन टोला चौकी में तैनात एक सिपाही के रहमों करम पर धज्जियां उड़ाने का काम बदस्तूर जारी है। पीरनपुर मोहल्ला निवासी वयोवृद्ध वरिष्ठ पत्रकार डॉ अब्दुल कलाम ने मुरैन टोला चौकी इंचार्ज को शिकायती प्रार्थना पत्र देते हुए अवगत कराया है कि मुस्लिम धर्म में रमजान के महीने में भी समुदाय का कोई भी व्यक्ति अपने आवास में लाउडस्पीकर लगाकर शहरी का समय तथा कव्वाली धुनि का प्रसारण नहीं कर सकता है जबकि इसकी व्यवस्था हर मस्जिदों में संदेश देने के लिए की गई है किंतु उसके बावजूद भी पुष्प कबाड़ी के नाम से चर्चित व्यक्ति ने सुप्रीम कोर्ट और मुख्यमंत्री के निर्देशों का खुला उल्लंघन करने में जुटा हुआ है। उन्होंने आरोप लगाते हुए बताया कि इस संबंध में मुरैन टोला चौकी में कई बार शिकायती प्रार्थना पत्र दिया गया है किंतु इस संबंध में किसी प्रकार की कोई भी कार्यवाही नहीं की गई है। कार्यवाही हो भी कैसे जब मुरैन टोला चौकी में तैनात हल्के का सिपाही राहुल कुमार ने खुद ही उपरोक्त व्यक्ति को ध्वनि प्रदूषण करने का संरक्षण प्राप्त कर रखा है। इतना ही नहीं उपरोक्त सिपाही का हाजमा इतना दुरुस्त है कि गैरकानूनी ढंग से लोहा खरीदने वाले कव्वालियों से माहवारी लेकर हजम कर जाता है जो लोहा हजम कर सकता है समझो उसका हाजमा कितना दुरुस्त होगा। जनपद के ईमानदार पुलिस अधीक्षक की पैनी निगाह हर भ्रष्ट पुलिसकर्मियों पर टिकी हुई है फिर यह भ्रष्ट पुलिसकर्मी उनकी निगाह से कैसे बच रहा है यह बात क्षेत्र की जनता के गले के नीचे नहीं उतर रही है।

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