पूर्व विधायक ने अपने और साथियों के विरुद्ध ठगी का मुकदमा दायर कराने वालों पर साजिश का लगाया आरोप

 पूर्व विधायक ने अपने और साथियों के विरुद्ध ठगी का मुकदमा दायर कराने वालों पर साजिश का लगाया आरोप



बांदा। भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व विधायक दलजीत सिंह नें फतेहपुर में अपने और साथियों के विरुद्ध ठगी का मुकदमा दायर कराने वालों पर साजिश का आरोप लगाते हुये तीखा हमला किया है। आरोपियों पर गंभीर आपराधिक वारदातों में संलिप्तता की बात कही है। गैर कानूनी ढंग से अरबों रुपयों की अकूत संपत्ति एकत्र करने का आरोप लगाते हुये ईडी से जांच कराये जानें हेतु  मुख्य मंत्री से मिलने की बात कही है। इस संदर्भ में पूर्व विधायक नें बताया कि वह सारे प्रामाणिक अभिलेखों के साथ मुख्य मंत्री से मिलकर जांच की मांग करेंगे। और अपने निर्दोष होने का सबूत भी देंगे। 

पूर्व विधायक दल जीत सिंह नें आरोप लगाया है कि बालू कारोबार में उदय प्रताप सिंह उर्फ मुन्ना और अभय प्रताप सिंह उर्फ पप्पू पार्टनर बनें थे। तीन खदानें थीं उनमें संयोगवश घाटा लगने से नुकसान हुआ। ठगी का आरोप लगाने वाले व्यवसाय में जब घाटा खा गये तो मेरे और अन्य के विरुद्ध साजिशन फतेहपुर में ठगी की फर्जी रिपोर्ट दर्ज करा दी है। 

पूर्व विधायक नें आरोपों के क्रम में  बताया कि खागा नई बाजार निवासी उदय प्रताप सिंह जिला सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष रहें है। अपने कार्यकाल में इन्होंने एक अरब से अधिक का बैंक घोटाला कर अपने रिश्तेदार जयकरण सिंह कैशियर को फंसा दिया। इस सदमे में जयकरण सिंह नें आत्महत्या कर ली। 

पूर्व विधायक दलजीत सिंह नें इसी प्रकार अभय प्रताप सिंह जो वर्तमान में जिला पंचायत अध्यक्ष है उन पर भी आर्थिक अपराध के संगीन आरोप लगाये हैं। कहा हैं कि इन्होंने बौध्ध धर्म अपना कर शिक्षा के क्षेत्र में माफिया बन गया। कई विद्यालय खोले। एक ही बिल्डिंग में शासन से तय मानकों को दरकिनार कर कई विषयों की मान्यता हासिल की गई। अकूत धन कमाया। 

जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में नामांकन पत्र में हिंदू धर्म दर्शाया हैं, जो एक अति गंभीर मामला एंव जांच का विषय है। जिला पंचायत अध्यक्ष के रूप में पिछली बार की तहबाजारी से लगभग आधी रकम पर ठेका देकर सरकारी राजस्व को क्षति पहुंचाई गई है। वहां सारे कामों में पचास प्रतिशत की कमीशन बाजी है। इनके द्वारा तमाम तालाबों की भीटों की प्लाटिंग कर के बेंच दी गई। राजस्व को क्षति पहुंचाई।

पूर्व विधायक नें कहा कि एक माध्यम वर्गीय व्यक्ति अरबों का मालिक किस आय के स्रोत से बन गया यह सीबीसीआईडी की जांच का विषय है। पूर्व विधायक नें यह भी आरोप लगाया कि मुझपर ठगी का झूठा मुकदमा कायम कराने वालों के चरित्र से पूरा जिला पर्चित है। साथ ही अपने आर्थिक लाभ के लिये यह राजनीतिक पाला बदल करते रहतें हैं।

पूर्व विधायक दलजीत सिंह नें कहा कि मेरी स्वच्छ राजनीतिक एंव धार्मिक छवि को नष्ट करने के लिये आरोपी साजिश कर रहें हैं। यह एक गंभीर प्रकरण हैं। पूर्व विधायक नें यह भी कहा हैं कि बालू ठेके में  मैंने इस प्रकरण पर उदय प्रताप सिंह से फोन पर कहा भी था कि तुम फतेहपुर के दस प्रतिष्ठित व्यक्तियों के सामने वहां के ताम्बेस्वर हनुमान मंदिर में कसम खालों कि तुमने पार्टनर बनने के लिये मुझसे बात नहीं की। और व्यवसाय में घाटा हो जानें पर मुझपर झूठा आरोप नहीं लगा रहे हो तो मैं रुपये वापस कर दूंगा पर उसने मेरे इस प्रस्ताव से कन्नी काट ली।

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