सेना के जवान के घर मातम, नहीं थम रहे पिता के आंसू, परिवार का सहारा था कार्तिक
न्यूज़।उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर निवासी सेना के जवान कार्तिक के परिवार में मातम पसरा हुआ है और मंगलवार सुबह से ही सांत्वना देने वालों का तांता लगा है। वहीं माता-पिता सहित परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। कार्तिक पूरे परिवार का सहारा था लेकिन अब वह दुनिया में नहीं रहा। ऐसे में पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। उधर, बेटे की मौत से पिता सदमे है और हर कोई उन्हें संभालने की कोशिश कर रहा है। चार साल पहले ही कार्तिक की सेना में नौकरी लगी थी। वह पहले कंप्यूटर सेंटर चलाता था, जिसे अब कार्तिक के पिता योगेंद्र सिंह और छोटा भाई मुकुल चलाता था।
कांवड़ियों ने किया था हमला
उत्तराखंड के रुड़की और मंगलौर के बीच डाक कांवड़ आगे निकलने को लेकर कांवड़ियों में झगड़ा गया हो गया। इस दौरान हरियाणा के पानीपत के कांवड़ियों ने दूसरे पक्ष के कांवड़ियों पर हमला बोल दिया था। इस दौरान हमले में कई कांवड़िए घायल हो थे, जबकि सिसौली निवासी कार्तिक की मौत हो गई थी। इसके बाद पानीपत के कांवड़िए अपनी डीसीएम गाड़ी को छोड़कर भाग गए थे।छह आरोपी दबोचे
कार्तिक की हत्या के मामले में उत्तराखंड पुलिस ने छह आरोपियों को दबोच लिया है। मंगलवार को कांवड़ियों के दो गुटों में खूनी संघर्ष हो गया था। जिसके बाद कार्तिक पुत्र पवन निवासी गांव सिसौली जिला मुजफ्फरनगर की मौत हो गई थी।