संसाधनों की कमी के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली व्यवस्था धड़ाम
फतेहपुर।जिले में वर्षा में बिजली की बहाली संसाधनों की कमी से आफत बन गई है। विभागीय अधिकारी जरूरत के सामानों की व्यवस्था नहीं करा पा रहे हैं इससे गांवों में अंधेरा छाया रहता है वहीं, जर्जर तार के गिरने से लोगों की जिंदगी खतरे में पड़ रही है। नगर व गांवों में कई जगहों पर करंट आ जाता है। इसकी चपेट में आकर लोग चिपक जाते हैं स्थिति यह है कि एलटी लाइन के तार, केबल, क्लैंप जैसे कई सामानों की सख्त जरूरत है, लेकिन विभाग दिला नही पा रहा है जिससे बिजली की बहाली करना दिक्कतपूर्ण है।नगर क्षेत्र के पीरनपुर मोड़ पर, पनी में कल्लू चक्की के समीप, लाला बाजार चौगलिया में, पन्ना मार्केट देवीगंज में चर्च के पास, रेलवे कालोनी, खंभापुर मोड़ में, जयराम नगर तिराहे, शादीपुर चौराहे, सपा कार्यालय के समीप महिला डिग्री कालेज में जीजीआईसी के अंदर समेत आए दिन तार अधिक टूटते हैं। वहीं कई गांव व मजरों में सबसे अधिक बिजली के तार टूटते हैं। असोथर, बहुआ, गाजीपुर चौराहे, ललौली, हुसैनगंज, मलवां, सहिली, रारा , दमापुर, कांधी, तारापुर, चुरियानी, भदबा समेत कई गांव चिह्नित हैं, जहां पर बिजली के तार अधिक टूटते हैं और सामानों की कमी से वर्षा में बिजली बहाली में दिक्कते आ रही हैं।छह महीने में पांच की गई जान, 46 झ़लसे आंकड़े बताते है कि वर्ष 2022 में बीते छह महीने में करंट की चपेट में जाने से पांच लोगों की जीवन लीला समाप्त हो चुकी है इसमें 2 बिजली के संविदा कर्मी शामिल हैं। साथ ही करंट की चपेट में आने से 46 लोग झुलसे हैं। जिसमें वर्षा के दिनों में और भी चपेट में आ रहे हैं।जल्द की मिलेगा सामान अधीक्षण अभियंता बिजली राकेश पांडेय ने कहा कि सामानों की कमी है कई बार विभागीय उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा था, लेकिन सामान नहीं मिला। कहा कि अब तो मेरा तबादला हो गया है। कहा कि अब जो भी अधिकारी आएगा, वह सामान दिलवाएंगे।