रामपथ के लिए हटाए जाने लगे कब्जे व खंभे, 13 किमी लंबे मार्ग को चौड़ा करने का पहला चरण शुरू

 रामपथ के लिए हटाए जाने लगे कब्जे व खंभे, 13 किमी लंबे मार्ग को चौड़ा करने का पहला चरण शुरू         



न्यूज़। 13 किमी. लंबे सहादतगंज-अयोध्या मार्ग को रामपथ के रूप में विकसित करने के लिए पहले चरण का काम शुरू कर दिया गया है। मार्ग को चौड़ा करने के लिए अतिक्रमण हटाने का काम तेज कर दिया गया है। सहादतगंज से रिकाबगंज तक बिजली के खंभों को भी शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। रामपथ को विकसित करने में 624.59 करोड़ रुपये की लागत आएगीकेंद्र और प्रदेश सरकार की पहल पर अयोध्या में विश्वस्तरीय सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। शहर के अंदर का प्रमुख मार्ग सहादतगंज से नया घाट वाया सिविल लाइंस, रिकाबगंज, साकेत कॉलेज मार्ग को चौड़ा करने की शासन स्तर पर मंजूरी मिल गई है। इसे राम पथ का नाम दिया गया है। इसमें दुकानों की शिफ्टिंग, सड़कों का निर्माण, अधिग्रहण करने वाले स्थान का मुआवजा समेत विद्युत पोलों की शिफ्टिंग का कार्य शामिल है। रामपथ मार्ग की लंबाई 12.940 किमी. हैप्रस्तावित चौड़ीकरण 30 मीटर, 41 मीटर व 24 मीटर होगा। भूमि अधिग्रहण की कुल लागत व भूमि-भवन क्रय के लिए अनुमोदित निर्धारित लागत एक अरब नब्बे करोड़ रुपये और निर्माण कार्य के लिए एक अरब की शासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है।

परियोजना को अमली जामा पहनाने के लिए पावर कॉर्पोरेशन आईपीडीएस योजना के तहत सहादतगंज से रिकाबगंज चौराहे तक विद्युत पोलों को शिफ्ट करेगा। इसके बाद 33 व 11 हजार हाईटेंशन लाइन को भूमिगत किया जाएगा।

सहादतगंज से रिकाबगंज तक कार्य पूर्ण होने के बाद आगे का कार्य शुरू किया जाएगा। इस मार्ग को विकसित करने का काम तीन चरणों में पूरा होगा। दिसंबर 2023 तक रामपथ को स्मार्ट रोड के रूप में विकसित करने की डेटलाइन शासन ने तय की है।

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